लखनऊ में एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान का हार्ट अटैक से निधन हो गया है। लखनऊ के बटलर पैलेस कॉलोनी में रहने वाले खान लंबे समय से टीवी पत्रकारिता में थे। उन्होंने रात तक रिपोर्टिंग की। सुबह-सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और थोड़ी देर बाद उनकी मौत हो गई। वह बीते 3 दशकों से पत्रकारिता में थे। 22 साल से वे एनडीटीवी से जुड़े थे।
अब से कुछ घंटे पहले ही कमाल ख़ान की एक वीडियो रिपोर्ट एनडीटीवी पर प्रकाशित हुई है जिसमें वह उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों के इस्तीफ़े के राजनीतिक मायने बता रहे थे। साथी पत्रकारों ने बताया कि गुरूवार शाम के 7 बजे और रात 9 बजे के प्राइम टाइम में उनकी खबरें चली थीं। रात 9 बजे प्राइम टाइम शो को होस्ट कर रहीं नगमा ने बताया कि कांग्रेस के 150 उम्मीदवारों की सूची पर कमाल खान ने बात की थी। खान ने कहा था कि प्रियंका का यह फैसला लंबे समय तक असर डालेगा।
सबसे वरिष्ठ होने के बाद भी कमाल खान ने फील्ड रिपोर्टिंग कभी नही छोड़ी। खबर पेश करने का उनका अंदाज देशभर में पत्रकारों को प्रेरित करता था। कमाल ख़ान के निधन पर कई लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
कमाल की निधन की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव व बसपा प्रमुख मायावती ने दुख जाहिर किया है। अखिलेश यादव ने बटलर पैलेस स्थित घर पर जाकर शोक संवेदना प्रकट की। एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने कहा है कि वह कमाल ख़ान के निधन की ख़बर सुनकर सदमे में हैं। उन्होंने कहा, “न सिर्फ उनके सहयोगियों बल्कि टीवी न्यूज़ के करोड़ों दर्शकों के लिए ये एक बहुत दुख़द और अफ़सोसनाक ख़बर है. हम सब के लिए यक़ीन करना मुश्किल हो रहा है कि कमाल ख़ान अब हमारे बीच में नहीं हैं. उनके बारे में बहुत बातें की जा सकती हैं लेकिन इस वक़्त ऐसा सदमा लगा है कि न कुछ याद आ रहा है, न कुछ समझ में आ रहा है कि उनके बारे में क्या कहा जाए। हर किसी के पास एक अलग-अलग कमाल ख़ान हैं। उनकी रिपोर्टिंग की अपनी यादें हैं।”