पुलिस अफसरों की वाट्सएप चैटिंग लीक हुयी, एनकाउंटर की बात से चर्चित दलित नेता की नींद उड़ी
February 24, 2018
नई दिल्ली, वरिष्ठ पुलिस अफसरों का वाट्सएप चैट वायरल होने से पुलिस की कारगुजारियों का वीडियो बनाने वालों तथा चर्चित दलित नेता की नींद उड़ गई है, उन्होने पुलिस द्वारा एनकाउंटर किये जाने की आशंका व्यक्त करते हुये जान बचाने की गुहार लगायी है।
‘ADR Police & Media’ नाम के व्हॉट्सएप ग्रुप मे वरिष्ठ पुलिस अफसरों की बहस के वायरल होने के बाद दलित नेता और गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवानी ने अपने बचाव और सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया है। इस ग्रुप में मीडिया और पुलिस के आला अधिकारी जुड़े हुए हैं। व्हॉट्सएप ग्रुप में दो वीडियो शेयर किए गए, एक वीडियो में नेता की पोशाक पहने एक शख्स को पुलिसवाले पीटते हुए दिखते हैं और दूसरे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक साक्षात्कार के दौरान यूपी पुलिस के द्वारा किए जाने वाले एनकाउंटर के सवाल का जवाब देते दिख रहे हैं।
ये वीडियो अहमदाबाद ग्रामीण के डीएसपी के उस संदेश के बाद अपलोड किए गए जिसमें कहा गया है कि ”जो लोग पुलिस के बाप बनना चाहते हैं और पुलिस को ‘लखोटा’ बुलाते हैं और जो पुलिस के वीडियो लेते हैं, उन्हें याद रखना चाहिए आपके जैसे लोगों के साथ पुलिस वैसा ही व्यवहार करेगी। उन्हें सबक सिखा दिया जाएगा। गुजरात पुलिस।” अहमदाबाद ग्रामीण के एसपी ने, इस संदेश को अपना समर्थन देते हुये थम्प्स अप इमोजी के साथ फॉलो किया है।
व्हॉट्सएप के वायरल मैसेज की बहस को देखते हुए जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट किया, जिसमें कहा गया- ”जिग्नेश मेवानी का एनकाउंटर? यहां उस वेब पोर्टल का लिंक हैं जो व्हॉट्सएप पर हुई बात का खुलासा करता हैं जिसमें दो पुलिसवाले कह रहे हैं कि मेरा अनकाउंटर कैसे किया जा सकता है। क्या आप विश्वास कर सकते हैं?” जिग्नेश मेवानी ने कहा कि यह गंभीर मामला है। दो शीर्ष पुलिसवाले संकेत दे रहे हैं कि मैं एनकाउंटर में मारा जा सकता है। मैं डीजीपी, गृह मंत्री और गृह सचिव को शिकायत करने जा रहा हूं।”
दरअसल, व्हॉट्सएप ग्रुप में शेयर इन दो वीडियो और वरष्ठ पुलिस अफसरों के वाट्सएप चैट को, 18 फरवरी को वायरल जिग्नेश मेवानी के वीडियो की प्रतिक्रिया और तैयारी बताया जा रहा है जिसमे जिग्नेश मेवानी पुलिस के साथ बहस कर रहें हैं। 18 फरवरी को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे मेवाणी को अहमदाबाद बंद के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिस दौरान उनकी पुलिस से काफी बहस हुई थी। यह बंद दलित एक्टिविस्ट भानू वंकर की मौत के बाद बुलाया गया था। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मेवाणी कह रहे हैं – ‘यह तेरे बाप नी जगी छे (तुम्हारे बाप की संपत्ति नहीं है यह)’ साथ ही सादी वर्दी पहने पुलिस वालों को उन्होंने लखोटा कहकर संबोधित किया था, जो उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे थे।
हंगामा मचने के बाद, अहमदाबाद ग्राणीण के डीएसपी आरबी देवधा ने अपनी सफाई मेे कहा- ”मैंने बस मैसेज को कॉपी पेस्ट किया था, जिन्हें दूसरे ग्रुप में फॉरवर्ड किया गया था। इसकी गलत तरीके से व्याख्या हुई। यह निजी मैसेज नहीं था और न ही यह धमकी थी। यह केवल एक ग्रुप से दूसरे ग्रुप में शेयर किया गया था।”