18 मई को दिल्ली महिला आयोग की महिला हेल्पलाइन 181 पर रोहिणी स्थित सिटी सेंटर मॉल में एक स्पा – ‘द अट्रैक्शन स्पा’ के बाहर चल रहे एक सेक्स रैकेट के बारे में फोन आया. यह कॉल एक पत्रकार ने किया था जिसने एक गुप्त ऑपरेशन किया था और ग्राहक बनकर स्पा गया था. उसे अलग-अलग दरों पर लड़कियों की पेशकश की गई थी. शिकायतकर्ता ने लड़कियों और स्पा प्रबंधन के साथ अपनी बातचीत की रिकॉर्डिंग की थी.
कॉल मिलते ही डीसीडब्ल्यू की एक टीम तुरंत स्पा में पहुंची और पुलिस को बुलाया. डीसीडब्ल्यू की टीम ने पुलिस के साथ स्पा में प्रवेश किया और वहां से 11 लड़कियों को कंडोम, दवाओं और कुछ आपत्तिजनक चीजों के साथ पाया.लड़कियों को प्रशांत विहार पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां पुलिस ने उनके बयान लिए. इस मामले में आईटीपीसी अधिनियम की धारा 3,4,8 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं होने की सूचना है.
डीसीडब्ल्यू चीफ स्वाति मालीवाल ने पुलिस को कोई गिरफ्तारी नहीं करने के कारणों का पता लगाने के लिए नोटिस जारी किया है. इसके अलावा, एमसीडी को यह पता लगाने के लिए एक नोटिस जारी किया गया है कि क्या उनके द्वारा स्पा के खिलाफ पहले भी कोई शिकायत प्राप्त हुई थी. अगर शिकायत मिली थी तो क्या कार्रवाई भी की गई थी.
सीडब्ल्यू चीफ स्वाति मालीवाल ने कहा, “प्रॉस्टिट्यूशन राजधानी में लम्बे समय से चल रहा है और कई स्पा उसी के लिए सुरक्षित स्थान बनते जा रहे हैं. मैं यह समझने में विफल हूं कि एमसीडी और पुलिस इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं. जब डीसीडब्ल्यू 181 महिला हेल्पलाइन पर कॉल करने के बाद ऐसा कर सकता है तो अन्य एजेंसियां चुप क्यों रहती हैं. स्पा सेंटरों को विनियमित करने की आवश्यकता है ताकि वे ट्रैफ़िकिंग रैकेट न चलाएं. आयोग इस मामले में उचित गिरफ्तारियों के साथ-साथ बंद करवाने की कोशिश करेगा. इस स्पा का उपयोग वेश्यालय के रूप में किया जा रहा था.”