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फिल्म 3 इडियट्स के प्रेरणा स्रोत, राष्ट्रपति द्वारा डाॅक्टरेट ऑफ लिटरेचर से सम्मानित

पुणे,  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने फिल्म 3 इडियट्स के प्रेरणा स्रोत को डाॅक्टरेट ऑफ लिटरेचर से सम्मानित किया। राष्ट्रपति सिम्‍बायोसिस अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लद्दाख के गौरव,  शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक को आज डाॅक्टरेट ऑफ लिटरेचर की मानक डिग्री प्रदान की। कहा जाता है कि सोनम वांगचुक प्रसिद्ध फिल्म 3 इडियट्स बनाने के प्रेरणा स्रोत भी हैं।   प्रकृति, समाज और शिक्षा संव‌र्द्धन में विशेष योगदान के लिए एशिया का नोबेल कहे जाने वाले प्रतिष्ठित मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाले सोनम वांगचुक ने बर्फीले रेगिस्तान में रहकर बच्चों के लिए शिक्षा में सुधार का बीड़ा उठाया हैं।

 दुर्गम इलाके में सोनम वांगचुक और उनके साथियों ने 1988 में एक अभियान खड़ा कर दिया था, जिसे स्टूडेंट एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख यानी सेकमॉल कहा जाता है। सर्वशिक्षा अभियान से दस साल पहले उनका अभियान शुरू हो चुका था। इसमें वे छात्र आते हैं, जिन्हें सरकार फेल कर देती है। ये आगे जाकर वैज्ञानिक, कारोबारी बने हैं। सैकड़ों विद्यार्थी बड़े ओहदों पर पहुंचे हैं।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत पूर्व में शिक्षा के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध था। उन्होंने कहा कि हम सब के लिए यह गर्व की बात है, भारत एक प्रमुख शिक्षा का केन्द्र रहा है। तक्षशिला से लेकर नालंदा तक इस उपमहाद्वीप के सदियों पुराने विश्‍वविद्यालय एशिया ही नहीं एशिया के बाहर से आने वाले छात्रों के लिए शिक्षा का केन्द्र थे।

आज के आधुनिक दौर में भी हमारे विश्‍वविद्यालयों में पड़ोसी देशों और अफ्रीका जैसे महाद्वीप, जिनके साथ हमारे विशेष संबंध रहे हैं समेत कई देशों के प्रतिभावान युवा शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।  कोविंद ने कहा कि यह उल्‍लेखनीय है कि 146 देशों से आए 46,144 विदेशी छात्र देश के विभिन्‍न कॉलेजों और विश्‍वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि इसमें सिम्‍बायोसिस बड़ी भूमिका निभा रहा है।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि उन्‍हें इस बात की खुशी है कि सिम्‍बायोसिस में 1000 से ज्‍यादा विदेशी छात्र पढ़ रहे हैं। विश्‍वविद्यालय से स्‍नातक बनकर निकलने वाले छात्रों में से 329 भारत के अलावा 33 अन्‍य देशों से हैं। उन्‍होंने कहा कि यह सिम्‍बायोसिस को विविध संस्‍कृति और विभिन्‍न महानगरों की जीवन शैली से जुड़ा माहौल प्रदान करता है जो विभिन्‍न देशों के बीच सौहार्द को बढ़ावा दे रहा है।

 कोविंद ने कहा कि भारत में 903 विश्‍वविद्यालय और 39050 कॉलेजों का बडा नेटवर्क है लेकिन इसके बावजूद शिक्षा की विश्‍वस्‍तरीय गुणवत्ता हासिल करने के लिए इसमें सुधार करने की आवश्यकता है। इसलिए सरकार ने देश के 20 उच्‍च शिक्षा संस्‍थानों को प्रतिष्ठित संस्‍थाओं के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। इसके तहत इन संस्‍थाओं को नि‍युक्तियां करने और पाठ्यक्रम तय करने का अधिकार दिया जाएगा ताकि वे विश्‍व‍स्‍तरीय शिक्षा मानकों को हासिल कर सकें।

कोविंद ने इस अवसर पर सिम्‍बायोसिस के प्रशासनिक अधिकारियों, प्रोफेसरों, छात्रों और पूर्व छात्रों से सिम्‍बायोसिस में कम से कम एक ऐसी प्रतिष्ठित संस्‍था बनाने का आह्वान किया।