आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मारे गये ग्राम प्रधान के परिजनों से गुरूवार को मिलने जा रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया समेत अन्य नेताओं को पुलिस ने सर्किट हाउस से बाहर नहीं निकलने दिया जिससे आक्रोशित कांग्रेसियों ने सर्किट हाउस में धरना प्रदर्शन किया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि तरवां क्षेत्र के बांस गांव के दलित प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की पिछले दिनो हत्या कर दी गयी थी जिनके परिजनो से मिलने श्री लल्लू और श्री पुनिया के अलावा पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी, पूर्व मंत्री आरके चौधरी और अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष आलोक प्रसाद पासवान आज आजमगढ के सर्किट हाउस पहुंचे थे जहां से उनका दलित प्रधान के घर जाने का कार्यक्रम था लेकिन पुलिस बल ने उन्हे सर्किट हाउस से बाहर नहीं निकलने दिया।
इस बीच दलित कांग्रेस के अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के कबीना मंत्री नितिन राउत वाराणसी के रास्ते आजमगढ के लिये रवाना हुये लेकिन पुलिस बल ने उन्हे आज़मगढ़ गौरा बादशाहपुर बॉर्डर पर रोक लिया। उनके साथ पूर्व विधायक भगवती प्रसाद, राष्ट्रीय प्रभारी प्रदीप नरवाल सड़क पर धरने पर बैठ गये और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।
गौरतलब है कि बांस गांव के ग्राम प्रधान की हत्या के बाद ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा था कि इस बीच एक बालक की एक वाहन से कुचलकर मौत हो गई थी। हिंसा में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की गयी थी। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल इसी सिलसिले में पीडित परिजनों को सांत्वना देने के लिये यहां आया था। प्रतिनिधिमंडल के ठहरने के लिये सर्किट हाउस बुक कराया गया था जहां कांग्रेसी नेताओं के पहुंचने के बाद पुलिस बल ने घेराबंदी कर दी और उन्हे बाहर नहीं निकलने दिया।