नई दिल्ली, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा नियुक्त किए गए देश के 23वें मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर सुनील अरोड़ा ने आजअपना पदभार संभाल लिया है. उन्होंने मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत की जगह ली. मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में सुनील अरोड़ा का कार्यकाल ढाई साल का होगा.
बता दें, ओपी रावत का कार्यकाल एक दिसंबर को समाप्त हो गया था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर सुनील अरोड़ा की निगरानी में होंगे. लोकसभा चुनाव के अलावा जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्कम विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी भी इन्हीं के कंधों पर है. इन सभी राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे.
अरोड़ा भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1980 बैच के राजस्थान कैडर के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. बतौर चुनाव आयुक्त अरोड़ा की नियुक्ति 31 अगस्त 2017 को हुई थी. राजस्थान में प्रशासनिक सेवा के दौरान विभिन्न जिलों में तैनाती के अलावा 62 वर्षीय अरोड़ा ने केन्द्र सरकार में सूचना एवं प्रसारण सचिव और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य किया.
इसके अलावा वह वित्त और कपड़ा मंत्रालय एवं योजना आयोग में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वे 1993 से 1998 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री के सचिव और 2005 से 2008 तक मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी रहे. चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल छह साल या फिर 65 साल उम्र तक होता है. चुनाव आयोग में सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त को ही मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर नियुक्त करने की परंपरा है.