नई दिल्ली, MeToo के आरोपों में सस्पेंड हुए थे और उसके के बाद खुदकुशी कर ली. नोएडा के जेनपैक कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट स्वरूप राज ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. उन पर कंपनी की दो महिला सहकर्मियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके चलते उन्हें 18 दिसंबर को ही कंपनी से निलंबित कर दिया गया था. सुसाइड नोट में उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है.
स्वरूप राज ने पत्नी कृति के नाम लिखे सुसाइड नोट में लिखा है कि, ‘वह उनसे बहुत प्यार करते हैं. उन पर झूठे यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं. उन्हें ऑफिस की ही लड़कियों ने झूठा फंसाया है. यदि जांच में उनको निर्दोष भी घोषित कर दिया गया फिर भी आरोप लगने की वजह से लोग उनको शक की निगाह से देखेंगे. इस तरह वो कैसे दोबारा कंपनी जाएंगे? मालूम हो कि स्वरूप राज यौन उत्पीड़न का आरोप लगने पर कंपनी ने उनको जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया था.
स्वरूप राज एर्नाकुलम केरल के रहने वाले थे. वो नोएडा में पैरामाउंट सोसायटी में अपनी पत्नी कृति के साथ रहते थे. स्वरूप की शादी दो साल पहले ही हुई थी. उन्होंने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि उन पर लगे आरोपों के कारण पत्नी की समाज में इज्जत कम होगी. वह यह सब बर्दाश्त नहीं कर सकेंगे. बताया जा रहा है कि स्वरुप राज को कंपनी मैनेजमेंट ने जांच पूरी होने तक उनको नौकरी से निलंबित कर दिया था और कंपनी की तरफ से दिया गया लैपटॉप भी वापस ले लिया था.
यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद कंपनी प्रबंधन ने जांच पूरी होने तक कंपनी के किसी भी कार्य में हिस्सा नहीं लेने की बात स्वरूप से कही थी. जिस कारण वह मानसिक रूप से परेशान थे. उन्होंने सोमवार रात 12 बजे के करीब घर के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. पत्नी जब घर पहुंची तो उन्होंने देखा कि स्वरूप का शव पंखे से लटका हुआ है. पत्नी ने मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मामले की जांच की जा रही है. स्वरूप 2007 से जेनपैक्ट में काम कर रहे थे और कृति भी उनके साथ इसी दफ्तर में काम करती थी. करीब दो साल पहले दोनों का प्रेम विवाह हुआ. पुलिस मामले की जांच कर रही है.