आगरा, उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने कथित तौर पर बस हाइजैक की घटना का 24 घंटे बाद नाटकीय अंदाज़ में खुलासा करते हुये गुरूवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बस को हाइजैक करने वाले मुख्य आरोपी प्रदीप गुप्ता को तड़के पांच बजे मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान आरोपी के दाहिने पैर में गोली भी लगी है जबकि उसका एक साथी बाह के चित्राहाट थाना क्षेत्र के कचौरा निवासी यतेंद्र यादव मौके से फरार हो गया।
उन्होने बताया कि पुलिस चेकिंग के दौरान फतेहाबाद के भलोखरा चौराहा पर प्रदीप गुप्ता अपने साथी यतेंद्र यादव के साथ जा रहा था। क्राइम ब्रांच, एसओजी और कई थानों के पुलिस फोर्स ने उसकी घेराबंदी कर ली। आरोपित की ओर से पुलिस पर फायरिंग की गई। बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग की। मुठभेड़ में प्रदीप के दाहिने पैर में गोली लग गई। इसके बाद बाइक से वह गिर पड़ा।
उसका साथी मौके से भागने में सफल हो गया। मौके से चोरी की बाइक और तमंचा कारतूस बरामद हुए हैं। फिलहाल घायल बदमाश को एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में भर्ती करा गया है। मुठभेड़ में स्वाट टीम का सिपाही सुदर्शन भी घायल हुआ है। प्रदीप के फरार साथी की यतेंद्र यादव की तलाश की जा रही है।
गाैरतलब है कि मालपुरा थाना क्षेत्र में न्यू दक्षिणी बाइपास से मंगलवार रात को एक बस हाईजैक करने का मामला सामने आया। बुधवार को सुबह छह बजे चालक और परिचालकों ने मलपुरा थाने में घटना की सूचना दी थी। इस मामले में परिचालक रामविशाल की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज किया था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने मामला फाइनेंस रिकवरी से जुड़ा बताया।
बाद में आगरा जिले की बाह तहसील के जैतपुर निवासी प्रदीप गुप्ता का नाम सामने आया। सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज के बाद पुलिस फीरोजाबाद, आगरा और इटावा में उसकी तलाश की। रातभर पुलिस दबिश देती रही।