नयी दिल्ली, भारत में कोरोना महामारी से बने खतनाक हालात के बीच शेष आईपीएल 2021 के आयोजन स्थल की सूची में अब श्रीलंका का नाम भी शुमार हो गया है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि बीसीसीआई के आईपीएल को यहां शिफ्ट करने के कदम से श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को काफी वित्तीय फायदा होगा। आयोजन स्थल के विकल्प के रूप में अब तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इंग्लैंड का नाम आगे था।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका क्रिकेट ने गत कई वर्षों से लगातार आईपीएल को अपने यहां लाने की कोशिश की है और पिछले साल भी उसने यही किया था, लेकिन बीसीसीआई ने यूएई को बैक-अप स्थल के रूप में पसंद किया था। अभी की जो स्थिति है उसके मुताबिक यूएई ही आईपीएल 2021 के शेष भाग की मेजबानी के लिए सबसे आगे दिखाई देता है।
जानकारी के मुताबिक अभी यह स्पष्ट नहीं है कि श्रीलंका क्रिकेट ने आधिकारिक तौर पर अपने मैदान बीसीसीआई को उपलब्ध कराए हैं या नहीं, हालांकि श्रीलंका क्रिकेट की प्रबंधक समिति के चेयरपर्सन प्रो. अर्जुन डी सिल्वा ने सितंबर में श्रीलंका में आईपीएल 2021 के शेष मैचों के आयोजन की इच्छा जाहिर की है।
श्रीलंंका में चार ऐसे मैदान हैं, जहां दिन रात मुकाबले खेले जा सकते हैं। खेताराम (कोलंबो), पल्लेकेल, सूरियावेवा और दांबुला मैदान आईपीएल के लिए एक दम सटीक हो सकते हैं। इतना ही नहीं शुरुआती तीन स्थल आईसीसी के प्रमुख पुरुष टूर्नामेंट के कई मुकाबलों की सफलतापूर्वक मेजबानी कर चुके हैं। वहीं श्रीलंका के पास महामारी के दौरान एक बहु-टीम टी 20 फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट आयोजित करने का भी अनुभव है। उसने पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में पांच टीमों वाली लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) का आयोजन किया था, लेकिन आईपीएल की बात अलग है, क्योंकि इसमें में न केवल अधिक टीमें शामिल हैं, बल्कि इसके लिए एक ही समय पर एक से अधिक स्थानों के उपयोग की जरूरत होगी, जबकि एलपीएल का आयोजन एक ही मैदान सूरियावेवा पर हुआ था।
वहीं अगर बीसीसीआई श्रीलंका को एक विकल्प के रूप में रखता है तो यहांं एक चिंता श्रीलंका में कोरोना महामारी से बिगड़ते हालात की भी हो सकती है। उल्लेखनीय है कि पिछले पूर सप्ताह श्रीलंका में कोरोना संक्रमण के रोजाना लगभग दो हजार मामले दर्ज किए गए हैं जो अप्रैल के मध्य में लगभग 300 थे।