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स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड विंटर गेम्स 8 मार्च से 15 मार्च तक इटली के ट्यूरिन में आयोजित किए जाएंगे

नई दिल्ली: स्पेशल ओलंपिक भारत ने बुधवार को मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में इटली के ट्यूरिन में होने वाले स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड विंटर गेम्स 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार 49 सदस्यीय दल (जिसमें 30 एथलीट और 19 सहायक कर्मचारी शामिल हैं) के लिए एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया।

इस समारोह में माननीय युवा मामले और खेल मंत्री तथा माननीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया, स्पेशल ओलंपिक भारत की अध्यक्ष डॉ. मल्लिका नड्डा और स्पेशल ओलंपिक भारत के कार्यकारी निदेशक डॉ. वी.के. महेंद्रू उपस्थित थे।

इटली में 8 मार्च से 15 मार्च तक होने वाले स्पेशल ओलंपिक विंटर वर्ल्ड गेम्स में टीम इंडिया के 30 खिलाड़ी 6 खेल विधाओं – अल्पाइन स्कीइंग, क्रॉस कंट्री स्कीइंग, फ्लोरबॉल, शॉर्ट-ट्रैक स्पीड स्केटिंग, स्नोबोर्डिंग और स्नोशूइंग में भाग लेंगे। स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड विंटर गेम्स में 102 देशों के 1500 एथलीट हिस्सा लेंगे, जो 8 खेल विधाओं में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने भारतीय एथलीटों को अपनी शुभकामनाएं दीं और वैश्विक मंच पर अपनी सफलता से देश को गौरवान्वित करने के लिए तैयार एथलीटों को अपने उत्साही शब्दों से प्रेरित किया। एथलीटों को माला पहनाकर सम्मानित किया गया और समारोह के अंत में उन्हें सौभाग्य के प्रतीक के रूप में पारंपरिक हिमाचली ऊनी कैंप भेंट किए गए।

माननीय युवा मामले और खेल मंत्री और माननीय श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा, “स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स में भाग लेने वाले हमारे अविश्वसनीय भारतीय एथलीट दृढ़ संकल्प, लचीलापन और उत्कृष्टता की भावना को दर्शाते हैं। आपका समर्पण और जुनून देश को प्रेरित करता है और यह साबित करता है कि असली ताकत सीमाओं को लांघने के साहस में निहित है। पूरा देश आप सभी को एक्शन में देखने के लिए बेहद उत्साहित है। अपनी सफलता के साथ तिरंगा ऊंचा फहराएं, पूरा देश आपका समर्थन कर रहा है।”

इस अवसर पर स्पेशल ओलंपिक भारत की अध्यक्ष डॉ. मल्लिका नड्डा ने कहा, “ दृढ़ संकल्प और खेल कौशल की शक्ति का प्रदर्शन करने वाले हमारे एथलीट देश के लिए प्रेरणा हैं। हमने आपकी पूरी यात्रा देखी है और आपने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए अपने रास्ते में आने वाली हर संघर्ष और चुनौती को कैसे पार किया। मुश्किल समय में अपने अंदर मौजूद लचीलेपन को याद रखें और आप हर बाधा को पार कर पाएंगे। इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज कराने की कोशिश में हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।”