लखनऊ के इन स्कूलों ने बढ़ा दी फीस, जानिए किस स्कूल की कितनी हुई फीस
February 17, 2020
नई दिल्ली,सेंट फ्रांसिस कॉलेज, कैथोड्रल कॉलेज समेत कैथोलिक डायसिस ऑफ लखनऊ के 15 से ज्यादा स्कूलों ने फीस बढ़ा दी है। इन स्कूलों की फीस में 8.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। दावा है कि यह अधिकतम फीस वृद्धि सीमा है। यह बढ़ी हुई फीस आगामी शैक्षिक सत्र 2020-21 से लागू होगी।
कैथोलिक डायसिस ऑफ लखनऊ के अधीन 15 से ज्यादा शैक्षिक संस्थाओं का संचालन किया जाता है। इन सभी स्कूलों की फीस बढ़ाई गई है। कैथोलिक डायसिस ऑफ लखनऊ के प्रवक्ता और चांसलर फादर डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि 8.5 प्रतिशत अधिकतम सीमा है। इससे ज्यादा किसी भी स्कूल की फीस नहीं बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में फीस बढ़ाने का प्रतिशत और भी कम है।
सेंट फ्रांसिस कॉलेज की त्रैमासिक फीस बढ़ाई गई है। जानकारी के अनुसार नर्सरी और केजी की 10,970 रुपये, कक्षा 1 से 5 की 13,920 रुपये, कक्षा 6 से 8 तक 15,200 रुपये और कक्षा 9 व 10 की 15,170 रुपये फीस की गई है।
सिटी मॉन्टेसरी स्कूल पहले ही अपने फीस जारी कर चुका है। दावा है कि नए सत्र में अभिभावकों को 8.28 प्रतिशत तक बढ़ी हुई फीस देनी होगी। सिटी मॉन्टेसरी स्कूल शहर के सबसे बड़े स्कूलों में है। इसकी विभिन्न शाखाओं में करीब 56 हजार छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। नए शैक्षिक सत्र में प्री प्राइमरी (केजी) कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को करीब 3300 रुपये मासिक शुल्क देना होगा। इसी तरह प्राइमरी (5वीं कक्षा) में 5,210 रुपये मासिक, जूनियर (8वीं कक्षा) में 6,860 रुपये, सीनियर (10वीं कक्षा) में 8,600 रुपये और सीनियर (12वीं) में 8,860 रुपये मासिक शुल्क देना होगा। यह सिर्फ मासिक शुल्क है।
फार्म शुल्क : 700 रुपये,
प्रवेश शुल्क : 6000 से 10,000 रुपये तक
कॉशन मनी : 2500 से 4500 रुपये तक
हाफ इयरली परीक्षा शुल्क : 470 से 1635 रुपये तक
वार्षिक/प्री बोर्ड परीक्षा शुल्क: 470 से 1635 रुपये तक
कम्प्यूटर शुल्क : 800 से 920 रुपये तक (9वीं से 12वीं तक)
विज्ञान शुल्क : 910 से 1075 रुपये तक (9वीं से 12वीं तक)
कक्षा 9 से 12 तक करीब 6 प्रतिशत फीस बढ़ाई गई है। कक्षा 8 तक फीस में 8.2 प्रतिशत से कम का इजाफा किया गया है।
दावा है कि कक्षा तीन तक की फीस में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कक्षा 4 से 12 तक की फीस में 2 से 4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है।
जीडी गोयनका :
दावा है कि अधिकतम 7.8 प्रतिशत फीस ही बढ़ाई गई है। कमोवेश यही हाल अन्य प्राइवेट स्कूलों का भी है जहां कम या ज्यादा फीस में इजाफा किया गया है।
60% स्कूलों ने अपलोड नहीं की नई फीस
आगामी मार्च-अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू होने जा रहा है। स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बावजूद इसके कई स्कूलों ने अभी तक अपनी फीस को वेबसाइट पर सार्वजनिक नहीं किया है। शहर के कई बड़े स्कूल भी इसमें शामिल हैं। स्टडी हॉल, मॉन्ट फोर्ट कॉलेज, स्टैला मारिस समेत कई निजी स्कूल शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम 2018 के 3 – (4) में स्पष्ट लिखा है कि प्रत्येक विद्यालय प्रमुख प्रत्येक शैक्षिक सत्र प्रारम्भ होने के पूर्व समुचित अधिकारी को आगामी शैक्षणिक वर्ष के दौरान लिए जाने वाले शुल्क का पूर्व विवरण प्रस्तुत करेगा।
इसी अधिनियम के बिंदु 3-(5) में स्पष्ट लिखा है कि विद्यालय प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में प्रवेश प्रारम्भ होने के 60 दिन पूर्व अपनी वेबसाइट पर शुल्क का विवरण अपलोड करेगा। साथ ही स्कूल अपने सूचना पट्ट पर प्रकाशित भी करेगा। बता दें कि इस कानून का पालन सभी शैक्षिक संस्थाओं के लिए करना अनिवार्य है।
उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क विनियमन) अधिनियम 2018 में निजी स्कूलों की फीस पर नियंत्रण के संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। इनका पालन करना अनिवार्य है। जिन भी स्कूलों ने अभी तक फीस सार्वजनिक नहीं की है, वे जल्द से जल्द जारी कर दें। अन्यथा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।