नई दिल्ली, उन्नाव रेप पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई है.
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, रेप विक्टिम ने देर रात 11.40 पर कार्डियक अरेस्ट के बाद आखिरी सांस ली.
पीड़िता ने पांच आरोपियों के नाम बताए हैं और अपने भाई से आखिरी बार कहा कि दोषियों को बिल्कुल भी छोड़ना नहीं .
95 फीसदी जलने के बाद भी पीड़िता ने जीने की उम्मीद नहीं छोड़ी थी और शुक्रवार को इलाज के दौरान पीड़िता ने अपने भाई से कहा था, ‘मैं मरना नहीं चाहती हूं… दोषियों को बिल्कुल भी छोड़ना नहीं है.’
पीड़िता ने बताया था कि वह गैंगरेप मामले की सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी. तड़के करीब चार बजे वह ट्रेन पकड़ने के लिए बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन के लिए घर से निकली थी.
जब वह गौरा मोड़ के पास पहुंची थी, तभी वहां पहले से मौजूद हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी और रेप के आरोपित शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी ने उसे घेर लिया. लाठी और चाकू से हमला कर दिया. हरिशंकर शुभम का पिता है. इससे वह जमीन पर गिर गयी. इसके बाद आरोपियों ने पेट्रोल डाल कर आग लगा दी.
पुलिस के अनुसार, आरोपियों से बचने के लिए पीड़िता अधजली अवस्था में करीब एक किमी तक दौड़ कर भागती रही. उसने खुद ही पुलिस को कॉल भी किया था. युवती ने खुद पुलिस को आपबीती बतायी. उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस उसे अपने साथ ले गयी. लड़की को गंभीर हालात में लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया था और बृहस्पतिवार शाम लखनऊ से एयर लिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया था.
सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता के लिए अलग आईसीयू कक्ष बनाया गया था और डॉक्टरों की एक टीम लगातार निगरानी भी कर रही थी. बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार खुद पीड़िता की स्थिति पर नजर बनाए हुए थे, लेकिन बचाया नहीं जा सका.
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, पीड़िता जब अस्पताल पहुंची तो 90-95 फीसदी जली हुई थी. उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था और वह लगातार वेंटिलेटर पर बनी हुई थी. डॉक्टरों का कहना था कि पीड़िता के लिए अलगे 48 घंटे काफी अहम हैं.
उन्नाव रेप पीड़िता की सफदरजंग अस्पताल में मौत, परिजनों को मिल रही धमकियां
घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था और युवती के लिए इंसाफ मांगा था. गुरुवार दोपहर को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की थी और 24 घंटे में एक्शन लेने की बात कही थी.