Breaking News

ये है दुनिया का सबसे महंगा मीट,कीमत जानकर उड़ जाएगें होश…

नई दिल्ली, स्पेन में तैयार किए जाने वाले दुनिया के सबसे महंगे सुअर के गोश्त हैये इतना महंगा है कि दाम सुनेंगे तो आप के होश उड़ जाएंगे।सुअर की एक टांग क़रीब सवा तीन लाख रुपए की बिकती है।पर, इन्हें तैयार किस तरह से किया जाता है, वो जानने के बाद आपको ये क़ीमत वाजिब लगेगी।

वोट उसी को जो पुरानी पेंशन स्कीम करे बहाल, दिल्ली ने मारी बाजी

आइबेरियन प्रायद्वीप में पिछले दो हज़ार साल से भी ज़्यादा पहले से सुअर का गोश्त बड़े चाव से खाया जाता रहा है। रोम के कवि मार्शल ने पहली सदी ईस्वी में आज के स्पेन में सुअर का मांस खाने का ज़िक्र अपनी किताब में किया था।तब से लेकर आज तक स्पेन के ग्रामीण इलाक़ों में हर जश्न में सुअर की बलि देने का रिवाज है।बलि देने के बाद बाक़ी गोश्त तो तुरंत पकाकर खा लिया जाता है. पर, उसके पिछले पैरों और ख़ास तौर से पुट्ठों को रख लिया जाता है।

बड़ा रेल हादसा,दिल्ली आ रही ट्रेन में लगी आग,कई यात्री घायल…

इन्हें सुखाकर ही हैम तैयार होता है।जमोन या हैम, स्पेन की संस्कृति का अहम हिस्सा है। छोटे गांव हों या बड़े शहर, स्पेन में हर जगह सुअर के गोश्त की बड़ी अहमियत है।स्पेन के लोग हर साल करीब एक लाख साठ हजार टन सुअर का मांस चट कर जाते हैं,दुनिया के किसी और देश में सुअर का मांस इतनी तादाद में नहीं खाया जाता।हैम यूं तो हर सुअर के पुट्ठे से तैयार हो सकता है. मगर स्पेन की ख़ास काली नस्ल की सुअरों के हैम को सबसे स्वादिष्ट माना जाता है।

सिर्फ एक घंटे में बनकर मिल जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस,सरकार ने शुरू की ये पहल

इसका स्वाद ही अलग होता है।जैसे, फ्रांस में वाइन को किसी खास इलाके की पहचान माना जाता है। वैसे ही स्पेन के जबुगो इलाके में जो सुअर पाला जाता है, उनका हैम सबसे स्वादिष्ट माना जाता है।ये अंडालुसिया नाम के छोटे से कस्बे के करीब के इलाकों में पाली जाती हैं।स्पेनिश भाषा में इन खास नस्ल के सुअरों से बने हैम को हमोन आइबेरिको डे बेलोटा के नाम से जाना जाता है।असल में ये इलाका घास के मैदानों वाला है।इसे डेहेसा कहते हैं।मध्य और दक्षिणी स्पेन के अलावा पड़ोसी देश पुर्तगाल में फैले इस इलाके में खेती भी होती है, जंगल भी हैं और चारागाह भी यहां का इकोसिस्टम, कम शोषण की वजह से बचा हुआ है,यहां ख़ास तरह के ओक यानी शाहबलूत के पेड़ मिलते हैं इनके फल खाकर ही भेड़ें अपना पेट भरती हैं।

शिवपाल यादव ने लांच की प्रसपा की वेबसाइट, देखें क्या कुछ है इसमें खास

उन्होंने थोड़ी सी जमीन खरीदी और 1995 में सुअर पालने का धंधा शुरू किया।हैम की पहली किस्त उन्होंने करीब दस साल बाद यानी 2005 में तैयार की  वो अपने सुअरों को पालने में केमिकल का जरा भी इस्तेमाल नहीं करते न ही उन्हें हॉरमोन के इंजेक्शन देते हैं।वो सुअरों को काटने से पहले उन्हें क़ुदरती तौर पर बढ़ने देते हैं यही वजह है कि उनके फार्म में तैयार हैम, दुनिया का सबसे महंगा है. क्योंकि इसकी लागत भी ज्यादा है।करीब 3 लाख 28 हजार रुपए कीमत की सुअर की एक टांग बेचने वाले एदुआर्दो के हैम को गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी जगह मिली है।

मोबाइल यूजर्स को बड़ा झटका,फ्री कॉलिंग सुविधा हो जाएगी बंद…..

एदुआर्दो का सुअर फ़ार्म के पास ही एक नेशनल पार्क है। ये संरक्षित इलाक़ा है।यहां पेड़ों की कटाई नहीं होती ,नतीजा ये कि उनकी सुअरों को साल भर प्राकृतिक तौर पर खाना उपलब्ध रहता है। वो एक्रोन यानी ओक के पेड़ के फल खाकर पेट भरते हैं यही वजह है कि इन सुअरों का मांस अलग ही तरह का स्वाद देता है।जो फल और बीज यहां मिलते हैं, वो सेहत के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं।ये बात ख़ुद अमरीका का नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फ़ार्मेशन कहता है।यहां पर शाहबलूत के पेड़ों की कई नस्लें मिलती हैं, जो अलग-अलग वक़्त पर फल देती हैं।सो सुअरों के लिए साल भर खाने का इंतज़ाम होता है।

मोबाइल के इस पार्ट को बनाने से हुआ कैंसर, SAMSUNG को मांगनी पड़ी माफी

इस हैम को स्लाइस करने यानी पतली परत में काटने का हुनर भी अलग होता है. इसके लिए भी हुनरमंद लोग ही बुलाए जाते हैं।वो काट कर चखने वालों के सामने हैम के टुकड़े रखते जाते हैं. ऊपरी हिस्से के मांस का अलग स्वाद होता है. वहीं खुरों के पास के टुकड़ों का स्वाद अलग तरह का होता है।स्पेन के बड़े और मशहूर रेस्टोरेंट में हैम को काटने के बड़े आयोजन हुआ करते हैं. इन्हें सामान्य तापमान पर काटकर तुरंत परोसा जाता है, ताकि स्वाद न बिगड़े एदुआर्दो कहते हैं कि, ‘हम पैसे कमाते हैं जीने के लिए. न कि पैसे कमाने के लिए जी रहे हैं।तभी तो, वो दुनिया का सबसे महंगा हैम तैयार कर रहे हैं।