पालघर, मुंबई से सटे पालघर जिला के दहाणु तहसील में लॉकडाउन के बावजूद तीन निर्दोष लोगों की पीट-पीटकर हत्या के मामले में पालघर जिला पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने कर्तव्यों के निर्वाह नहीं करने के कारण कासा पुलिस स्टेशन के दो कर्मचारियों को आज निलबित कर दिया |
सूरत में एक अन्य संत के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पिछले सप्ताह तीन लोग जा रहे थे लेकिन आदिवासियों ने तीनों को पुलिस की मौजूदगी में ही पीट-पीट कर मार डाला। इस घटना से पूरा देश नाराज है| विपक्षी नेता और पूर्व मुख्य मंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मामले में दुःख जताते हुए सरकार से उच्च स्तरीय जांच कराने के मांग की है |
पीड़ितों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी 70 वर्ष, सुशील गिरि महाराज 35 वर्ष और चालक नीलेश तेलगड़े 30 वर्ष के रूप में की गई और वे कांदिवली के थे| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट में साधुओं की हत्या पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री से दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के मांग की है | पिछले एक सप्ताह से दहाणु इलाके में अफवाहें चल रही थी कि चोर, डकैत, बच्चे उठाने वाले और किडनी चुराने वाले गांवों में घूम रहे हैं | इसलिए गांव में प्रवेश करने वालों के खिलाफ ग्रामीण एकत्र हो जाते थे ।