नयी दिल्ली, स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन देश की 90 फीसदी महिलायें सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करने से डरती है। इस संबंध में किये गये एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है।
महिला सशक्तिकरण संगठन पिंकिश और महिला स्वच्छता कंपनी सैनफे द्वारा कराये गये इस सर्वेक्षण में शामिल 90 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि बाहरी वातावरण में सार्वजनिक शौचालय चाहे वह ऑफिस, मॉल या होटल में उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं है। इस सर्वेक्षण में 18 से 50 आयु वर्ग की करबी 20 हजार महिलाओं ने भाग लिया।
से नो टू डर्टी टॉयलेट्स जारी इस सर्वेक्षण में दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, हैदराबाद, बेंगलूरु , लखनऊ, चेन्नई, पुणे, पटना और कोलकाता की महिलायें शामिल है। इसमें शामिल करीब 90 फीसदी महिलाओं ने कहा कि यात्रा के दौरान वे सार्वजिनक शौचालयों के उपयोग से बचने की कोशिश करती हैं। इसमें शामिल 65.2 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि गंदे शौचलय के उपयोग से होने वाली संक्रामक बीमारियों के बारे में उन्हें पता है। मात्र 8 प्रतिशत महिलाओं ने ही कहा कि सार्वजनिक शौचालय साफ होते हैं।