नई दिल्ली,आज मुंबई में बदलापुर-वानगानी रूट पर चलने वाली महालक्ष्मी एक्सप्रेस के पानी में फंसने के बाद 1050 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बचाव दलों के अथक प्रयास से शनिवार शाम चार बजे तक सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अब यात्रियों को एक विशेष ट्रेन से दूसरे रेलमार्ग से कोल्हापुर रवाना किया जा रहा है।
मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार सुबह से ही रह-रहकर भारी बारिश हो रही थी। जिसके कारण मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित बदलापुर स्टेशन और वांगणी गांव के बीच उल्हास नदी का पानी अचानक रेल की पटरियों पर आ गया और पटरियां डूब गईं। मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी ए.के.जैन के मुताबिक ट्रेन तड़के 3.53 बजे बदलापुर से आगे बढ़ी तो वांगणी पार करने से पहले ही रेल पटरियों के पानी में डूब जाने के कारण उसका आगे बढ़ना मुश्किल हो गया।
खतरा यह भी था कि जलस्तर कम होने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा था। सुबह होते ही शुरू हुए अपनी तरह के इस पहले अभियान में ठाणे आपदा प्रबंधन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन, स्थानीय पुलिस, आरपीएफ और स्थानीय ग्रामवासियों ने मिलकर बचाव कार्य शुरू कर दिया।करीब 10 घंटे चले बचाव अभियान के फलस्वरूप सभी 1050 यात्रियों के सुरक्षित निकाल लिया गया। जैन के अनुसार कोल्हापुर जा रहे यात्रियों को अब एक विशेष ट्रेन से निकटतम स्टेशन कल्याण से मडगांव एवं दौंड होते हुए कोल्हापुर भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है।
इस दौरान ट्रेन के अंदर मौजूद मध्य रेलवे की टीम यात्रियों को लगातार नीचे न उतरने और धीरज रखने की सलाह देती रही। आरपीएफ, बदलापुर से ट्रेन तक पहुंचे रेलवे स्टाफ एवं स्थानीय ग्रामीण यात्रियों को खाद्य सामग्री एवं बिस्कुट इत्यादि देकर राहत पहुंचाते रहे। मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील उदेसी के अनुसार आठ हल्की नौकाओं के जरिए यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर लाया गया। पहले महिलाओं और बच्चों को, उसके बाद पुरुषों को सुरक्षित निकाला गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के निर्देश पर भारतीय नौसेना की टीमें एवं उसके दो हेलीकॉप्टर भी बाढ़ में फंसी ट्रेन पर मंडरा रहे थे। कुछ लोगों को सी-किंग हेलीकॉप्टर से बाहर भी निकाला गया। लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर अधिक मददगार साबित नहीं हुई।