जम्मू, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जम्मू-कश्मीर को देश का “आभूषण” बताते हुए रविवार को कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही इस केंद्र शासित प्रदेश के लिए औद्योगिक पैकेज लाएगी और उम्मीद जताई कि इससे घाटी में बड़ी मात्रा में निवेश आएगा।
रेलवे और वाणिज्य मंत्री ने यह घोषणा भी की कि कश्मीर को अगले साल दिसंबर तक बाकी देश के साथ रेल मार्ग से जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास कार्यों में तेजी आई है, खासतौर से 18 जून 2018 के बाद, जब पूर्ववर्ती पूर्ण राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा था।
उन्होंने जम्मू हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा, “ मैंने जमीन पर जो (विकास कार्य) देखा, उसकी मुझे बेहद खुशी है और मुझे भरोसा है कि आने वाले दिनों और महीनों में ये प्रक्रिया बिना रुके जारी रहेगी। हम जल्द ही एक औद्योगिक पैकेज लाएंगे और हमें उम्मीद है कि कश्मीर में भारी मात्रा में निवेश आएगा।”
केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर को मिलने वाले संभावित लाभों से लोगों को अवगत कराने के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत गोयल यहां आए थे। वह सात केंद्रीय मंत्रियों के दल का हिस्सा थे, जिन्होंने जम्मू पहुंचकर कई जनसभाओं को संबोधित किया और विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों का एक दल और यहां आ चुका है।
केंद्रीय मंत्रियों में गोयल के अलावा स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पाण्डेय, अर्जुन राम मेघवाल, वी मुरलीधरन, अनुराग ठाकुर, जितेंद्र सिंह, आर के सिंह और अश्विनी कुमार चौबे ने जम्मू के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया। गोयल ने कहा, “हम बचपन से सुनते आए हैं कि ये धरती का स्वर्ग है। यह धरती का स्वर्ग था और हमेशा रहेगा। ये देश का आभूषण है और मुझे जम्मू-कश्मीर पर गर्व है।”
गोयल ने यहां एक खाद्य संरक्षण परियोजना, एक इनडोर स्टेडियम और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत विभिन्न सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने अखनूर में एक रैली को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के लोग विकास के नायक बन गए हैं और उनकी भागीदारी के साथ ये जमीनी स्तर तक पहुंच रहा है। चिनाब नदी पर रेलवे पुल के निर्माण का काम तेजी से हो रहा है, जिसकी बीते वर्षों के दौरान प्रगति बेहद धीमी रही थी, और पहली बार आवंटित फंड का पूरी तरह इस्तेमाल किया गया है।”
उन्होंने कहा कि जब जम्मू में कटरा और बनिहाल कस्बों को जोड़ने वाले रेलवे पुल के काम में तेजी लाने और उत्तर कश्मीर में बारामूला से कन्याकुमारी तक रेलवे ट्रैक को पूरा करने के लिए अतिरिक्त धनराशि की मांग की गई तो प्रधानमंत्री ने इसकी मंजूरी दी। उन्होंने कहा, “रेलवे लाइन पूरी होने के बाद पूरा देश जुड़ जाएगा। किसी को भी कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा करके गर्व होगा… ये पुल इंजीनियरिंग का एक नायाब उदाहरण है और हमारे इंजीनियरों और श्रमिकों ने दुनिया का सबसे बड़ा पुल बनाकर बहुत बड़ा काम किया है।” उन्होंने कहा कि ये रेलवे लाइन दिसंबर 2021 तक तैयार होने की उम्मीद है।