इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रशासन को लगा तगड़ा झटका, छात्र नेताओं ने मनाया जश्न
October 17, 2019
प्रयागराज, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ की जगह छात्र परिषद लागू करने की विश्वविद्यालय प्रशासन की पहल को बृहस्पतिवार को तगड़ा झटका लगा। छात्र परिषद के लिए आगामी 21 अक्तूबर को होने वाले चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने वाले 17 छात्रों में से 15 छात्रों ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
शुरू से ही छात्र परिषद की व्यवस्था का विरोध कर रहे छात्र नेताओं ने इस घटनाक्रम पर आज बालसन चौराहे पर मिठाई बांटी और जश्न मनाया।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रोहित कुमार मिश्रा ने कहा, विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने चंद चाटुकारों को पदों पर आसीन करने के लिए छात्र संघ का स्वरूप बदल कर छात्र परिषद कर दिया। छात्रों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है।
मिश्रा ने कहा, विश्वविद्यालय में 36,000 छात्रों में एक भी छात्र नहीं मिला जो चुनाव लड़ता। कोई भी छात्र नहीं चाहता कि छात्र परिषद अस्तित्व में आए। अब अपने आप छात्र संघ बहाल हो गया है। अब हमारी अगली मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संघ का चुनाव कराए।
उम्मीदवारों द्वारा नाम वापस लिए जाने के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क नहीं हो सका।
उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का छात्र संघ देश के सबसे पुराने छात्र संघों में से एक है और यहां से पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह, चंद्रशेखर, पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, भाजपा नेता मदन लाल खुराना जैसे कई दिग्गज नेताओं ने छात्र राजनीति से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की।