लखनऊ , उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की जघन्य वारदात के बाद जांच एजेंसियों के निशाने पर आये हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के फाइनेंसर जय बाजपेई की संपत्ति की जांच आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने का अनुरोध योगी सरकार ने किया है।
गृह विभाग के प्रवक्ता ने सोमवार रात बताया कि कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट मे धारा-147/148/149/307/302/395/412/120बी भादवि एवं 7 सीएलए के अभियुक्त जयकान्त बाजपेई द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्ति के मामले को प्रथम दृष्टया सही माना गया है और इस संपत्ति की जांच आयकर विभाग और ईडी से कराने का अनुरोध शासन से किया गया है।
उन्होने बताया कि इस सम्बन्ध में गृह विभाग ने मुख्य आयकर आयुक्त, आयकर विभाग, लखनऊ तथा संयुक्त निदेशक, प्रवर्तन निदेशालय, लखनऊ से अभियुक्त जयकान्त बाजपेई की सम्पत्ति की विस्तृत जांच कराते हुए इसकी जानकारी प्रदेश सरकार को भी देने का अनुरोध किया है।
गौरतलब है कि जय बाजपेई की भूमिका बिकरू कांड के बाद उजागर हुयी थी जब पुलिस काे उसके संबंध मुठभेड़ में मारे गये दुर्दांत विकास दुबे से होने की जानकारी मिली थी।