लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान परिषद (एमएलसी) इलाहाबाद-झांसी स्नातक क्षेत्र के लिए गुरूवार को हो रही मतगणना के दौरान अचानक उस समय विवाद पैदा हो गया जब अनियमितता का आरोप लगाते हुए एक निर्दलीय उम्मीदवार अपने समर्थकों सहित अधिकारियों से भिड़ गया।
ऑल टीचर्स इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी चुनाव में इस चुनाव क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार डॉ़ हरिप्रकाश यादव ने मतगणना अनियमितता को लेकर सवाल उठाने वाले उनके लोगों के साथ अधिकारियों द्वारा दुव्यर्वहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाये कि मतगणना करने वाले लोग एक बार में पांच पांच मत दिखा रहे हैं ऐसे में एजेंट के लिए एक साथ पांच मत देखना संभव नहीं है, इससे मतगणना सही नहीं हो पा रही है। उन्होंने मांग की कि एक बार में एक ही मत दिखाया जाए। ऐसी मांग करने वाले उनके एजेंटों के साथ अधिकारियों के दुव्यर्वहार को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
दूसरी ओर पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक -शहर (एसपी सिटी) विवेक त्रिपाठी ने कहा कि इस चुनाव में मतदान में वरीयता दी जाती है और प्रक्रिया थोड़ी जटिल होती है। इसमें प्रथम वरीयता मत, द्वितीय वरीयता मत ,तृतीय वरीयता मत होते हैं। मतगणना में कुछ उम्मीदवारों ने कहा कि एक साथ तीन चार मत न दिखायें जाएं , एक एक मत दिखायें। प्रक्रिया थोड़ी जटिल होने के कारण कुछ मतभेद हो गये थे लेकिन किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं है। मतगणना सुचारू रूप से चल रही है।
मतगणना अधिकारियों के निर्दलीय उम्मीदवार के पक्ष के लोगों के साथ अधिकारियों द्वारा दुर्व्यवहार की बात को पूरी तरह से खारिज करते हुए एसपी सिटी ने कहा कि किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है मतगणना सही तरह से जारी है और सही तरह से ही खत्म भी हो जायेगी।