लखनऊ , पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री के इस्तेमाल के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई, नाराज परिजन धरने पर बैठ गयें हैं। उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र में गौज़री नरोत्तम गांव निवासी एक व्यक्ति की इलाज कराकर घर वापस आते समय मौत हो जाने के बाद परिजन शुक्रवार को धरने पर बैठ गये।
परिजनों ने उसकी मौत का आरोप पुलिस पर लगाया। शव को दरवाजे पर रखकर धरने पर बैठ गए। मौके पर भारी भीड़ जमा होने से चखनी चौराहे पर तमकुहीराज-सिसवा मार्ग लगभग आधे घंटे तक जाम रहा। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी और नवागत थानाध्यक्ष तरयासुजान ने परिवारजनों को कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
गौरीनरोत्तम निवासी हसमुद्दीन (55) का अपने भाई से काफी दिनों से जमीनी विवाद चल रहा था। आरोप है कि पिछले 16 जून को उसके भाई की शिकायत पर तमकुहीराज चौकी पुलिस ने दोनों पक्षों को चौकी पर बुलाया था। जहां पुलिस के समक्ष दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया था।
बाद में हसमुद्दीन ने न्यायालय में धारा 156 (3) के तहत वाद दाखिल कर आरोप लगाया था कि चौकी प्रभारी व एक अन्य पुलिस कर्मी ने कुछ लोगों के प्रभाव में आकर उसे हिरासत में लेकर उस पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया था।
न्यायालय में पुलिस के खिलाफ दाखिल मुकदमे में हसमुद्दीन ने चोट की मेडिकल रिपोर्ट लगाकर पुलिस पर तमाम आरोप भी लगाए थे। परिवारजनों का आरोप है कि पुलिस के मारने पीटने से उसकी तबीयत बिगड़ गयी थी। गोरखपुर स्थित एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। गुरुवार की देर रात्रि गोरखपुर से घर वापस आते समय तमकुहीराज ओवरब्रिज चौराहे के समीप हसमुद्दीन की मौत हो गई।
शुक्रवार को दोपहर में मृतक के परिवारजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर दरवाजे पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान वहां भीड़ होने के चलते तमकुही-सिसवा मार्ग लगभग आधे घंटे तक जाम रहा। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी संदीप वर्मा एवं नवागत थानाध्यक्ष तरयासुजान हरेन्द्र मिश्र ने उच्चाधिकारियों से बातचीत करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया।