लखनऊ, बदमाशों की गोली से घायल सिपाही की आखिरकार अस्तपाल में मृत्यु हो गई है। वहीं पुलिस घटना के 17 घंटे बाद भी बदमाशों को गिरफ्तार करना तो दूर उनका सुराग भी नहीं लगा पाई है।
उत्तर प्रदेश के बागपत में बदमाशों की गोली लगने से घायल सिपाही मनीष की मंगलवार को मेरठ के एक निजी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।
पुलिस सूत्रों ने आज यहां कहा कि मेरठ के जानी इलाके के ग्राम डालूहेड़ा निवासी मनीष दिल्ली ट्रैफिक पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। वह रविवार शाम करीब चार बजे दिल्ली से बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। ग्राम रोशनगढ़ के गेट के निकट पहुंचने पर बुलेट व अपाचे मोटरसाइकिल सवार चार बदमाशों ने मारपीट करते हुए कांस्टेबल मनीष को पिस्टल से गोली मार दी थी। वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
गोली की आवाज सुनकर खेतों में काम कर रहे किसान एकत्र हो गए। उनके घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही बदमाश फरार हो गए थे। घायल सिपाही को पिलाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंछ्र लाया गया । डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार कर उनको हायर हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया था। घायल सिपाही को मेरठ के केएमसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया । सिपाही के चाचा अभयराम की तहरीर पर पुलिस ने चार अज्ञात बदमाशों के खिलाफ जानलेवा हमले की धारा में मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस ने कहा कि घायल सिपाही की हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान मृत्यु हुई है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है तथा संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।