इटावा, उत्तर प्रदेश मे दलित उत्पीड़न के आरोप पर बीजेपी ब्लाक प्रमुख की सफाई को समाजवादी पार्टी ने साफ नकार दिया है।
इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव की ओर से पूर्व जिला अध्यक्ष राजीव यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि भाजपा की सरकार में ब्लाक प्रमुख के भ्रष्टाचार और दलित उत्पीड़न की जांच नही होती है तो समाजवादी सरकार बनने के बाद ना केवल इनके कार्यकाल की जांच करवाई जाएगी बल्कि दोषी पाये इनके खिलाफ कार्रवाई भी करवाई जाएगी ।
इससे एक सप्ताह पहले सपा नेता और इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव कई प्रधानों को लेकर के इटावा के जिलाधिकारी के समक्ष पेश हुए थे।
जहां पर उन्होंने प्रधानों के माध्यम से इस बात को रखा की महेवा के ब्लाक प्रमुख अशोक चौबे दलित और कमजोर तबके से जुड़े हुए प्रधानों का ना केवल उत्पीड़न कर रहे हैं बल्कि उनको डरा धमका करके उनसे वसूली भी करने में जुटे हुए हैं ।
जिलाधिकारी जे.बी. सिंह के समक्ष प्रधानों को लेकर के अपनी बात रखने आए जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव ने महेवा के ब्लाक प्रमुख अशोक चौबे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कमजोर और दलित जाति से ताल्लुक रखने वाले प्रधानों को डरा धमका करके उनसे वसूली करने में लगे हुए हैं।
उनका कहना था कि सत्तारूढ़ दल से ताल्लुक रखने के चलते ब्लाक प्रमुख के खिलाफ स्थानीय पुलिस कोई कार्रवाई अमल में नहीं ला रही है इसी कारण जिला पंचायत अध्यक्ष को जिलाधिकारी के समक्ष पीड़ित प्रधानों को पेश करना पड़ा।
जिला पंचायत अध्यक्ष के आरोपों के बाद महेवा के ब्लाक प्रमुख भी मुखर हो चले हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कई स्थानीय नेताओं के साथ एक पत्रकारों से बातचीत में जिला पंचायत अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए अदालती कटघरे में खींचने की धमकी दी है।
उन्होंने कहा कि यदि वह दोषी है तो उनके खिलाफ पुलिस कानूनी और दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाएं वह हर कार्रवाई के लिए तैयार है। उनके ऊपर जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं तो वह उनको मानहानि के मामले में अदालत में ले जायेंगे ।
महेवा ब्लॉक प्रमुख अशोक चौबे ने जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव पर उनको बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा खात्मे की ओर है इसलिये पार्टी के नेता अपना जनाधार बढ़ाने के लिये उनको बदनाम करने की साजिश के तहत प्रधान को आगे कर अनर्गल आरोप लगा रहे है।
श्री चौबे ने कहा कि जिलाधिकारी से मिलते समय जिन प्रधानों शिववीर दिवाकर प्रधान फतेहपुरा, नत्थू दोहरे प्रधान लखना देहात, सतीश चंद्रप्रधान नगला कले, वीर सिंह दोहरे प्रधान लवेदी, उदयवीर प्रधान दुर्गापुरा नाम मीडिया को बताए गए थे। उनमें से कोई प्रधान साथ मे नही था वो सभी उनके साथ है। उन्होंने इस बात की पुष्टि के लिये उन सभी प्रधानों के शपथ पत्र मीडिया के सामने रखे।
उन्होंने कहा कि वे जिलाधिकारी से मिल कर अपने ऊपर लगे आरोपो की निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे और यदि जांच में कुछ नही निकला तो आरोप लगाने वाले प्रधान और जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ मान हानि का दावा करेंगे ।
श्री चौबे ने प्रधान द्वारा अपने ऊपर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपो का जबाब देते हुए कहा कि उनके द्वारा कोई भ्रष्टाचार नही किया गया है। यह सब सपा के नेताओ की सोची समझी चाल है। उन्होंने कहा कि पूरे जिले के वह एक मात्र भाजपा के ब्लॉक प्रमुख है इसीलिये साजिश के तहत उनको बदनाम किया जा रहा है।
इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव की ओर से पूर्व जिला अध्यक्ष राजीव यादव ने मंगलवार को जिला पंचायत आवास पर सपा कई स्थानीय नेताओं के साथ पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट किया कि जिलाधिकारी कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच पड़ताल सही ढंग से की जाएगी तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ में कौन-कौन प्रधान शिकायत करने के लिए महेवा ब्लाक प्रमुख की गए थे। सत्ता के नशे में भले ही ब्लॉक प्रमुख कहे कुछ भी लेकिन वो जिस तरह से भ्रष्टाचार करने में जुटे हुए हैं वह वाकई में सवाल खड़ा करने वाला है ।
उन्होंने कहा कि यदि भाजपा की सरकार में ब्लाक प्रमुख के भ्रष्टाचार की जांच नही होती है तो समाजवादी सरकार बनने के बाद ना केवल इनके कार्यकाल की जांच करवाई जाएगी बल्कि दोषी पाये इनके खिलाफ कार्रवाई भी करवाई जाएगी ।