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यूपी के इस जिले में प्लास्टिक के प्रयोग पर लग सकता है लाखों का जुर्माना

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लखनऊ, यूपी के इस जिले में यदि किसी व्यक्ति को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करते पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां तक की उस पर लाखों रुपये तक जुर्माना भी किया जा सकता है।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्लास्टिक का प्रयोग करने पर एक लाख रूपये तक का जुर्माना लग सकता है।
सहारनपुर में प्लास्टिक सामान में खाद्य वस्तुओ के प्रयोग करने से हो रही गम्भीर बीमारियों की रोकथाम के लिए नगर निगम ने सिंगल प्लास्टिक का प्रयोग करने वालों पर एक लाख रुपए तक का जुर्माना लगाये जाने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत जो व्यक्ति प्लास्टिक के निर्माण करने वाले के बारे में जानकारी देने वाले को इनाम भी दिया जाएगा।
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि प्लास्टिक का प्रयोग करने से ब्रान्काईटिस, श्वास सम्बन्धी रोग किडनी फेल्योर व कैंसर तक रोग पैदा होते है।
उन्होंने बताया कि प्लास्टिक को जलाने से वायुमंडल में ग्रीन गैंस पैदा होना, ग्लोबल वार्मिंग होना इन सभी से मनुष्य की इम्यूनिटी कम होने लगती है जिससे सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पडता है
उन्होंने बताया कि महानगर में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ तीन दिवसीय महाभियान शुरु करते हुए निगम के कर्मचारियों ने सिंगल यूज प्लास्टिक एकत्रित किया गया।
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि यह महाभियान शुक्रवार तक चलेगा। जिसके तहत 20 हजार मैट्रिक टन सिंगल यूज प्लास्टिक एकत्रित कर रिसाइकलिंग के लिए हिमाचल भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके पश्चात यदि किसी व्यक्ति को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करते पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां तक की उस पर एक लाख रुपये तक जुर्माना भी किया जा सकता है।
नगर आयुक्त ने कहा कि प्लास्टिक में ऐसे रासायनों का उपयोग किया जाता है। जिससे जमीन बंजर और भूगर्भीय जल विषैला हो जाता है। इसके अतिरिक्त प्लास्टिक में खाद्य पदार्थों के रखने और लाने व लेजाने से भी व्यक्ति को गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नागरिकों के स्वास्थ्य और अपनी भावी पीढ़ी के सुखद भविष्य के लिए आवश्यक है कि हम सिंगल यूज प्लास्टिसक का उपयोग बंद करे।
नगर आयुक्त ने दुकानदारों व अन्य शहर के सभी लोगों से आह्वान किया है कि नगर निगम द्वारा शुरु किए गए इस अभियान में वह सहयोग करें। यदि उनके पास सिंगल यूज प्लास्टिक है तो वे स्वयं उसे निगम कर्मचारियों को सौंप दे। उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन इसके बाद यदि चेकिंग में सिंगल यूज प्लास्टिक मिलती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ भारी जुर्माना भी किया जाएगा।