लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण के लिए राज्य में की जा रही प्रभावी कार्रवाई को जारी रखने के निर्देश देते हुए कहा कि सतत प्रयास से पांच सप्ताह के बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 50 हजार से कम हुई है।
श्री योगी ने शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण के लिए प्रदेश में की जा रही प्रभावी कार्रवाई को जारी रखा जाय। उन्होंने कहा कि पांच सप्ताह बाद राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आयी है। उन्होंने चिकित्सा के बेहतर उपाय करते हुए एक्टिव मरीजों की संख्या में और कमी लाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि लखनऊ, कानपुर नगर, मेरठ, गोरखपुर तथा वाराणसी में विशेष ध्यान दिया जाय। इन जिलों में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की रिकवरी दर में वृद्धि की जाए।
श्री योगी ने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा को निर्देश दिया कि वे इन जिलों के जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से नियमित संवाद बनाए रखे और चिकित्सालयों, मेडिकल काॅलेजों तथा चिकित्सा संस्थानों की उपचार व्यवस्था की गहन माॅनिटरिंग भी करें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में सर्विलांस, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा मेडिकल टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि यह समस्त गतिविधियां प्रदेश में पूरी सक्रियता से संचालित होती रहें। उन्होंने कहा कि इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर की व्यवस्थाओं को सुचारु रखा जाए।
श्री योगी ने कहा कि प्रदेश में 1.50 लाख कोविड टेस्ट प्रतिदिन हों जिनमें आरटीपीसीआर विधि से 60 हजार टेस्ट किए जाएं। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किए जाने की कार्रवाई जारी रखी जाए। जागरूकता के लिए विभिन्न प्रचार माध्यमों के साथ-साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग भी किया जाए। उन्होंने कहा कि वे कोविड-19 से बचाव तथा यातायात सुरक्षा के सम्बन्ध में लोगों को जानकारी प्रदान किए जाने की कार्रवाई की समीक्षा करेंगे।
उन्होंने ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक से अधिक लोगों को इसके माध्यम से ऑनलाइन ओपीडी का लाभ सुलभ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के साथ-साथ अस्पताल में उपचार करा रहे रोगियों से संवाद स्थापित रखा जाए।
श्री योगी ने चार अक्टूबर को आयोजित होने वाली संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा प्रारम्भिक परीक्षा को सुचारु ढंग से सम्पन्न कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज के माध्यम से पात्र लोगों को ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था को और गति दी जाए।
उन्होंने कहा कि धान क्रय केन्द्रों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त मैनपावर की तैनाती की जाए, ताकि खरीद केन्द्रों पर त्वरित ढंग से कार्य सम्पादित हो सके। इससे जहां एक ओर किसानों को सुविधा होगी, वहीं दूसरी ओर वर्तमान कोरोना काल खण्ड में भीड़ एकत्र होने की सम्भावना भी नहीं रहेगी।