लखनऊ, उत्तर प्रदेश मंत्रिमण्डल ने लॉकडाउन के दौरान हुई राजस्व हानि की भरपाई में मदद के लिये पेट्रोल और डीजल पर लागू मूल्यवर्द्धित कर (वैट) में बढ़ोत्तरी की है।
प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक में लिये गये इस निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि मंत्रिमण्डल ने पेट्रोल के दाम में दो रुपये और डीजल के दाम में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि इससे सरकार को 2070 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व हासिल होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में डीजल और पेट्रोल का जो कर अनुपात था, उसके मुताबिक पेट्रोल पर 26.80 प्रतिशत या 16.74 रुपये प्रति लीटर था और डीजल पर 17.49 प्रतिशत या 9.41 रुपये प्रति लीटर था। अब पेट्रोल पर 16.74 रुपये के स्थान पर 18.74 पैसे प्रति लीटर वैट लिया जाएगा। वहीं, डीजल पर 9.41 के स्थान पर 10.41 रुपये वैट वसूला जाएगा।
खन्ना ने बताया कि वर्तमान में पेट्रोल का दाम 71.91 रुपये प्रति लीटर था जो अब 73.91 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा। वहीं, डीजल का मूल्य 62.86 रुपये से बढ़कर 63.86 रुपये प्रति लीटर होगा। उन्होंने बताया कि बढ़ी हुई कीमत आज (बुधवार) रात 12 बजे से प्रभावी होगी।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च से जारी लॉकडाउन के कारण हमारे आर्थिक संसाधन काफी कम हुए हैं। उन्होंने बताया, ‘‘अप्रैल में 12,141 करोड़ रुपए कर की डिमांड थी, जिसके सापेक्ष हमारा संग्रहण 1,178 करोड़ रुपए हुआ। यह अपने आप में बहुत कम है। हमारी आर्थिक स्थिति इस महीने काफी कमजोर रही और वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अतिरिक्त संसाधन जुटाना जरूरी है।’’
खन्ना ने कहा कि दिल्ली सरकार ने डीजल पर सात रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की थी, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने कृषि कार्यों, परिवहन तथा उद्योगों में इसके भारी इस्तेमाल को देखते हुए मात्र एक रुपये प्रति लीटर की ही वृद्धि की है।