भोपाल, मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों के लिए आज सुबह सात बजे सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच मतदान प्रारंभ हो गया, जो शाम छह बजे तक चलेगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मतदान 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों पर प्रारंभ हुआ और 63 लाख 67 हजार से अधिक मतदाता कोविड संबंधी सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए मतदान कर सकेंगे। मतों की गणना 10 नवम्बर को संबंधित विधानसभा क्षेत्र या जिला मुख्यालय पर होगी।
उपचुनाव में कुल 355 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है, जिनमें 12 मंत्री भी शामिल हैं। मतदान के लिये 13 हजार 115 बैलेट यूनिट, 13 हजार 115 कंट्रोल यूनिट एवं 14 हजार 50 वीवीपेट जिलों में उपलब्ध कराई गई हैं।
मतदान शुरू होने से 90 मिनिट पहले उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों की उपस्थिति में मॉकपोल भी हुआ। उपचुनाव में 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों के लिये इतने ही मतदान दलों की व्यवस्था की गई है। साथ ही 30 प्रतिशत मतदान दलों को रिजर्व के रूप में रखा गया है।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। पुलिस, मजिस्ट्रेट, मोबाइल टीमें तैनात की गई हैं। कोविड-19 से बचाव की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। मतदान के बाद ईव्हीएम स्ट्रॉंग रूम में लाई जायेंगी। केन्द्रीय प्रेक्षक की उपस्थिति में वीडियोग्राफी करते हुए ईव्हीएम मशीनों को सील किया जायेगा।
स्ट्रॉग रूम की सुरक्षा व्यवस्था सीआरपीएफ के हवाले रहेगी। स्ट्रॉग रूम के पास सीसीटीवी, वीडियोग्राफी की व्यवस्था रहेगी। कोई भी बाहरी व्यक्ति वहां प्रवेश नहीं कर सकेगा। निर्वाचन में कुल 3 हजार 38 क्रिटिकल मतदान केन्द्र एवं 358 वल्नरेबल हेमलेट्स चिन्हित किए गए हैं।
राज्य में जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरास विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान प्रारंभ हुआ। इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं।
कुल 28 सीटों में से 25 पर संबंधित विधायकों के त्यागपत्र और 03 अन्य पर संबंधित विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। इन 28 सीटों में से 27 पर कांग्रेस का और एकमात्र आगर सीट पर भाजपा का कब्जा था।
दो सौ तीस सदस्यीय राज्य विधानसभा में वर्तमान में 201 विधायक हैं। इनमें से भाजपा के 107, कांग्रेस के 87, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। कुल 29 सीट रिक्त हैं, जिनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। दमोह सीट हाल ही में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह के हाल ही में विधायक पद से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुयी है।
उपचुनाव में राज्य के 12 मंत्रियों और कुछ पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी है। पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट (भाजपा, सांवेर) और गोविंद सिंह राजपूत (भाजपा, सुरखी) की किस्मत आज इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगी। इसके अलावा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी (सांची), लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एदल सिंह कंसाना (सुमावली), कृषि राज्य मंत्री गिर्राज डंडोतिया (दिमनी), सहकारिता राज्य मंत्री ओपीएस भदोरिया(मेहगांव), ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (ग्वालियर), महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी (डबरा) और लोक निर्माण विभाग राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ (पोहरी) की प्रतिष्ठा भी दाव पर है।
राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया(बामोरी), बृजेंद्र सिंह यादव (मुंगावली), बिसाहूलाल सिंह (अनूपपुर), राजवर्धन सिंह दत्तीगांव (बदनावर) और हरदीप सिंह डंग (सुवासरा) से चुनाव मैदान में हैं। पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह बौद्ध बसपा के टिकट पर भांडेर से चुनाव मैदान में हैं। वे पूर्ववर्ती दिग्विजय सिंह सरकार में गृह मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा भांडेर से इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर बसपा के पूर्व प्रदेश प्रमुख फूल सिंह बरैया भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बामोरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मंत्री कन्हैयालाल अग्रवाल भी कांटे की टक्कर में हैं। वे पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रह चुके हैं।