नयी दिल्ली, टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की सराहना करते हुए कहा है कि वह उनके जैसे आक्रामक ओपनर बनना चाहते थे।
2015 की शुरुआत से रोहित का 97 वनडे पारियों में 62.36 का औसत और 95.44 का स्ट्राइक रेट है। इस दौरान उन्होंने 24 शतक जड़े हैं। वह एकमात्र बल्लेबाज हैं जिसने एकदिवसीय प्रारुप में तीन दोहरे शतक जड़े हैं। आखिरी घरेलू सत्र में रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग की थी जहां उन्होंने पांच मुकाबलों में तीन शतक ठोके थे। उन्होंने पिछले साल वनडे विश्व कप में विश्व रिकॉर्ड पांच शतक बनाये थे।
गावस्कर का भी वनडे ओपनर के रुप से सफल करियर रहा है। उनका 108 मैचों में 35.13 का औसत और 62.26 का स्ट्राइक रेट है।
गावस्कर ने इंडिया टुडे ई-कॉन्क्लेव में कहा, “जिस तरह से आप रोहित को वनडेऔर टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी करते देखते हैं औऱ वह पहले ही ओवर से रनों की बरसात करते हैं, कुछ इस तरह ही मैं खेलना चाहता था। परिस्थिति और निश्चित रूप से मेरी क्षमता में आत्मविश्वास की कमी के कारण मैं ऐसा नहीं कर सका।”
उन्होंने कहा, “लेकिन जब मैं अगली पीढ़ी को ऐसा करते हुए देखता हूं तो मुझे बेहत खुशी होती है। मुझे अगली पीढ़ी को देखना बहुत पसंद है क्योंकि वहां आप प्रगति देखते हैं। आप देख रहे हैं कि ये अगली पीढ़ी के लिए गति तय कर रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि हाल ही में रोहित को देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न देने की घोषणा की गयी है। रोहित यह सम्मान पाने वाले भारत के चौथे क्रिकेटर होंगे। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली यह पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।