जिनेवा, कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से लड़ने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा आम लोगों को सावधान किया गया है और कहा है कि नही तो आर्थिक नुकसान हो जायेगा ?
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बनाये गये विशेष कोष के नाम पर चंदा माँगने वाले फर्जी ईमेल भेजकर साइबर अपराधी आम लोगों को लूटने का प्रयास कर रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने बताया कि कोविड-19 से लड़ाई के दौरान उसके अपने नेटवर्क और उसके नाम पर साइबर अपराध के मामले पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में पाँच गुना बढ़ गये हैं। साइबर अपराधी ऐसी ईमेल आईडी बनाकर लोगों को मेल कर रहे हैं जिससे लगे कि ईमेल विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से ही आया है। संगठन ने ‘कोविड-19 सॉलिडेरिटी रिस्पॉन्स फंड’ के नाम से एक विशेष कोष बनाया है। फर्जी ईमेल में लिंक किसी दूसरे बैंक खाते का होता है।
उसके अपने तंत्र पर साइबर हमलों में डब्ल्यूएचओ के कर्मचारियों के 450 सक्रिय ईमेल आईडी और पासवर्ड लीक हुए हैं। साथ ही इस महामारी पर काम कर रहे अन्य लोगों के भी हजारों ईमेल आईडी और पासवर्ड लीक हुये हैं।
संगठन ने दावा किया है कि इन हमलों से उसके तंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुँचा है क्योंकि साइबर अपराधियों के हाथ सिर्फ पुराना डाटा आया है। वे सिर्फ पुराने एक्सट्रानेट सिस्टम तक पहुँच सके। प्रभावित सिस्टम की साइबर सुरक्षा और पुख्ता करने का काम शुरू किया जा चुका है।
डब्ल्यूएचओ ने आम लोगों से फर्जी ईमेल के प्रति सावधान रहने के लिए कहा है। उसने अपील की है कि कोविड-19 और स्वास्थ्य संबंधी अन्य मुद्दों के बारे में तथ्यात्मक जानकारी हासिल करने के लिए वे सिर्फ भरोसेमंद स्रोतों पर विश्वास करें।