साहित्यकार एवं साहित्य प्रेमियों के साथ, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
May 17, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मासूम गाजियाबादी की शेरो-शायरी की पुस्तक ‘बोझ रोशनी का‘ का लोकार्पण एक सादे समारोह में किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात कवि श्री उदय प्रताप सिंह ने की।
इस अवसर पर अखिलेश यादव को ओजस्वी कवि अभय सिंह निर्भीक, आनन्द त्रिपाठी (मिर्जापुर), सिद्धार्थ मिश्र और अमित रघुवंशी (अम्बेडकर नगर) ने एक स्मृति पट्टिका भेंट की जिस पर उदय प्रताप सिंह की सुप्रसिद्ध कविता ‘न मेरा है न तेरा है ये हिन्दुस्तान सबका है। नहीं समझी गई ये बात तो नुकसान सबका है ‘‘ अंकित थी।
मासूम गाजियाबादी ने अपने संग्रह की कुछ गजलें -नज्में भी पेश की। उनका यह शेर ‘जो हमसे बच गई मासूम बच्चों तुम गिरा देना। तबस्सुब की ये दीवारें हिला तो हम ही जाएंगे‘ खूब सराहा गया। कार्यक्रम में सर्व श्री गोपाल चतुर्वेदी, आर.पी. रघुवंशी, प्रमोद चैधरी, राजकुमार भाटी, भारत भूषण, अर्चना दीक्षित, तीरथ अवाना, लक्ष्मी चौधरी और सहित तमाम साहित्यकार एवं साहित्य प्रेमी शामिल रहे।