मुजफ्फरनगर का क्या है सौभाग्य, बताया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
July 14, 2019
मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वामी कल्याण देव जी ने न केवल धर्म स्थलों का उद्धार किया, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में इस धरा को आलोकित करते हुए सामाजिक क्रांति का उद्घोष भी किया।
श्री योगी ने आज यहां शुक्रताल में स्वामी कल्याण देव की 15वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर का सौभाग्य है कि यह भागवत भूमि के रूप में पहचान रखता है। उन्होंने कहा कि संतों का जन्म मानव सेवा और लोक कल्याण के लिए ही होता है। उन्होंने कहा कि इस भागवत भूमि का भ्रमण करने में अपार सुख की अनुभूति हो रही है। शुकतीर्थ में प्राचीन परम्पराएं मौजूद हैं। यहां महाभारत कालीन इतिहास छुपा है। पांच हजार वर्ष पुराना अक्षयवट इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भारतवासियों को अपनी परम्पराओं और धरोहरों पर गर्व होना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शुकतीर्थ के विकास के लिए 1248.69 लाख रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग के माध्यम से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया है। मुख्यमंत्री ने महर्षि वेद व्यास जी का जिक्र करते कहा कि उन्होंने वेदाें को जनमानस के लिए सुलभ कराया। भागवत कथा श्रवण मुक्ति प्राप्त करने का महत्वपूर्ण साधन है। इसके वाचन व श्रवण से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसमें सब कुछ निहित है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में तीर्थ स्थलों का विकास करते हुए तीर्थ यात्रियाें की सुगमता के लिए कार्य कराए जा रहे हैं। काशीए अयोध्याए मथुरा जैसे तीर्थस्थलों पर विकास कार्य कराए जा रहे हैं। वहां के मूल स्वरूप एवं प्राचीन परम्परा को बनाये रखते हुए उन्हें आधुनिकता से जोड़ा जा रहा है। काशी में भगवान शिव मंदिर परिक्षेत्र का विकास कार्य चल रहा है। प्रयागराज कुम्भ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इतना भव्य और व्यापक आयोजन उत्तर प्रदेश में सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गयाए जिसमें 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया।
श्री योगी ने जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन का उल्लेख करते हुए कहा कि जल के संरक्षण की व्यवस्था करनी होगी। यदि अभी से पानी की बचत की आदत डाल ली जाएए जो भविष्य सुरक्षित रहेगा। हमें आने वाली पीढ़ी को पीने योग्य जल संचित करना होगा। यह तभी सम्भव होगाए जब हम अभी से पानी की बचत व उसका संरक्षण तथा संचयन करेंगे। उन्हाेंने कहा कि सभी को जल की महत्ता समझनी होगीए क्योंकि ष्जल हैए तो कल हैष्। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गौ संरक्षण का कार्य वृहद स्तर पर कराया जा रहा है। गौ संरक्षण के लिए सरकार द्वारा धनराशि आंवटित की गयी है। स्वच्छता पर विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंतरिक शुद्धि के लिए हम मंदिरों में जाते हैंए लेकिन बाहरी शुद्धि के लिए आवश्यक है कि हम स्वच्छता की ओर विशेष ध्यान दें। स्वयं भी स्वच्छ रहें और दूसरों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करें।