नीति आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद, मुख्यमंत्री योगी ने दी ये प्रतिक्रिया
July 15, 2019
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नीति आयोग का प्रदेश के प्रति सकारात्मक रवैया राज्य को विकास पथ पर आगे ले जाने में सहायक है। श्री योगी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए नीति आयोग के सुझावों को लागू करेगी। उन्होंने नीति आयोग को प्रदेश के विकास में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री आज लोक भवन में नीति आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जाए कि राज्य का प्रत्येक आकांक्षात्मक जिले देश में उच्च स्थान प्राप्त करे। उन्होंने आकांक्षात्मक जिलों से सम्बन्धित डेटा समय से फीड किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग के कार्यों की विशेष समीक्षा की और निर्देश दिए कि विभागीय कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए।
आकांक्षी जिलों की प्रगति के आकलन के लिए तैयार डैशबोर्ड का प्रयोग राज्य के अन्य जिलों से रियल टाइम डाटा प्राप्त कर उनकी प्रगति के आकलन के लिए किए जाने के नीति आयोग के सुझाव का स्वागत करते हुए श्री योगी ने इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने आकांक्षात्मक जिलों के लिए नामित केन्द्र और राज्य के प्रभारी अधिकारियों में बेहतर सामंजस्य के लिए उनकी बैठक कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान नीति आयोग के अधिकारियों द्वारा प्रदेश के आकांक्षात्मक जिलों के विकास के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतिकरण दिया गया।इस दौरान प्रदेश में इन जिलों की प्रगति की सराहना करते हुए नीति आयोग द्वारा बताया गया कि आकांक्षात्मक जिलों का विकास कार्यक्रम लागू किये जाने के पश्चात विगत लगभग 01 वर्ष में प्रदेश के चिन्हित 08 आकांक्षात्मक जिलों बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, श्रावस्ती, फतेहपुर, चित्रकूट,चन्दौली में व्यापक सुधार हुआ है।
इस दौरान प्रदेश के सभी आकांक्षात्मक जिलों में औसतन 33 प्रतिशत सुधार दर्ज किया गया हैए जबकि बलरामपुर और सिद्धार्थनगर जैसे जिलों में 50 प्रतिशत से अधिक सुधार हुआ है। प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि प्रदेश के आठ आकांक्षात्मक जिलों में से फतेहपुर,सोनभद्र, चन्दौली, चित्रकूट, बलरामपुर ने विभिन्न महीनों में विकास के अलग-अलग मानकों पर देश के कुल आकांक्षात्मक जिलों में अग्रणी स्थान बनाया है। नीति आयोग द्वारा विभिन्न मानकों पर प्रतिमाह अग्रणी स्थान प्राप्त करने वाले जिलों को प्रोत्साहन स्वरूप अलग से धनराशि प्रदान की जा रही है। राज्य के कई जिलों में अग्रणी प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की गयी है। आकांक्षात्मक जिलों में कराए जा रहे कार्याें का थर्ड पार्टी सत्यापन भी कराया जाता है।
प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि प्रधानमंत्री की देश की प्रगति के लिए ष्सबका साथए सबका विकासए सबका विश्वासष् की संकल्पना को साकार करने के लिए देश के पिछड़े क्षेत्रों को आकांक्षात्मक जिलों के रूप में चिन्हित कर विशेष कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इससे यह पिछड़े इलाकों का तेजी से विकास होगा और मुख्यधारा में शामिल हो सकेंगे। उन्होंने बताया गया कि जिलों की बेसलाइन रैंकिंग 49 संकेतकों के आधार पर की गई है। इसमें स्वास्थ्य और पोषण को 30 प्रतिशतए शिक्षा को 30 प्रतिशतए कृषि एवं सिंचाई को 20 प्रतिशत, वित्तीय समावेश व कौशल विकास को 10 प्रतिशत तथा आधारभूत संचरना को 10 प्रतिशत वेटेज दिया गया है। बैठक में नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कान्तएराज्य के मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेयए राज्य सरकार तथा नीति आयोग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।