मुंबई, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के फोन कॉल और भ्रष्टाचार के कई आरोपों का सामना कर रहे महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने भाजपा की देवेंद्र फड़नवीस सरकार से इस्तीफा दे दिया। उनके पास कुल छह विभाग थे। मंत्रिमंडल में नंबर-2 की हैसियत रखने वाले खड़से के इस्तीफे के बाद प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे पाटिल ने कहा कि खड़से पर लग रहे सभी आरोप तथ्यहीन हैं। पर वह नैतिक आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने खड़से के इस्तीफे के बाद कहा कि एकनाथ पर लगे आरोपों की जांच हाईकोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज करेंगे। फड़नवीस ने ट्वीट करके कहा कि खुद खड़से ने उन पर लगे आरोपों की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने बताया कि उन्हें खड़से का इस्तीफा मिल गया है। उन्होंने उसे स्वीकार कर राज्यपाल सीएच विद्यासागर को भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि 63 वर्षीय खड़से को पदमुक्त करने का संकेत गुरुवार को ही मिल गया था, जब मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद निर्णय का अधिकार उन्हें दे दिया गया था। चार दिनों से अज्ञातवास में चल रहे खड़से शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे अपने सरकारी आवास देवगिरि से निकलकर मुख्यमंत्री आवास वर्षा पहुंचे। वर्षा पर मुख्यमंत्री के साथ दो और वरिष्ठ मंत्री सुधीर मुनगंटीवार एवं विनोद तावड़े भी मौजूद थे। उनकी सरकारी गाड़ी में लगी लालबत्ती पर कवर चढ़ा था। खड़से आधे घंटे बाद ही अपने पद से इस्तीफा देकर सीधे नरीमन प्वाइंट स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय की ओर निकल पड़े, जहां प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन पर लग रहे किसी भी आरोप के प्रमाण आरोप लगाने वालों के पास नहीं हैं। यदि वह प्रमाण पेश कर दें तो पद क्या मैं राजनीति से ही संन्यास ले लूंगा। दाऊद की फोन कॉल सूची में उनके नंबर का खुलासा करने वाले हैकर मनीष भंगेल को चोर बताते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग एक चोर पर भरोसा कर रहे हैं। उस पर तो पाकिस्तान की साइट हैक करने के लिए कार्रवाई होनी चाहिए। खड़से मीडिया से भी खफा दिखे। उन्होंने कहा कि 40 साल के सार्वजनिक जीवन में मैंने कभी ऐसा मीडिया ट्रायल नहीं देखा। फड़नवीस सरकार में खड़से राजस्व, कृषि, राज्य उत्पादन शुल्क, पशु संवर्द्धन, दुग्धविकास एवं मत्स्यपालन तथा अल्पसंख्यक विकास एवं वक्फ जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री थे। खड़से के इस्तीफे के बाद उनका बचाव करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे पाटिल ने कहा कि खड़से ने पार्टी की परम्परा का निर्वाह करते हुए जब तक निर्दोष सिद्ध नहीं हो जाते, तब तक के लिए अपना इस्तीफा दिया है। पार्टी मजबूती के साथ उनके पीछे खड़ी है।