लखनऊ, भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य भीमराव अंबेडकर के जन्म दिवस 14 अप्रैल से जातिवाद को हटाने और समाज के विभिन्न वर्गों में भाईचारे और समरसता का संदेश देने के लिये एक राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरूआत करेंगे. भारतीय जनता युवा मोर्चा के इस समरसता अभियान के प्रभारी अभिजात मिश्रा के अनुसार इस अभियान का समापन छह दिसंबर को अंबेडकर की पुण्य तिथि के अवसर पर होगा. उन्होंने बताया कि साढ़े सात माह के इस समरसता अभियान के दौरान अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और इस पूरे अभियान और कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा 18 मार्च तक सार्वजनिक कर दी जायेगी.
मिश्रा भाजयुमो के महासचिव भी हैं. उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को एकजुट या एकीकृत करना है. उन्होंने कहा, ‘आज भारत में जातिवाद, नक्सलवाद, आतंकवाद और भाषावाद जैसी अनेक समस्यायें है. इनकी वजह से देश पिछड़ेपन का शिकार है. अगर इन मुद्दों का प्रभावी तरीके से हल निकाल लिया जाये तब हम प्रधानमंत्री के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के सपने को प्रभावी ढंग से साकार कर पायेंगे.’ अभियान के प्रभारी ने कहा कि भाजयुमो के कार्यकर्ता युवाओं से मिलेंगे और उन्हें इस बात का एहसास करायेंगे कि समरसता से ही राष्ट्र का निर्माण हो सकेगा.
मिश्रा ने कहा, ‘हम देश के प्रत्येक राज्य की राजधानी में दलितों और समाज के अन्य पिछड़े वर्गो के साथ समरसता भोज के आयोजन की भी योजना बना रहे है. इस तरह के भोज के कार्यक्रम प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र, विधानसभा क्षेत्र के साथ ब्लाक और वार्ड स्तर पर भी आयोजित करेंगे.’ उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान हम दलित बाहुल्य बस्तियों के लोगो को समरसता सूत्र से भी बांधेंगे तथा इस दौरान जनसभाओं का भी आयोजन किया जायेगा.