लखनऊ, यूपी में विधान सभा चुनाव की रणभेरी सियासी हलकों के साथ ही प्रशासनिक क्षेत्र में भी बजने को तैयार है। निर्वाचन आयोग ने आज माह सितम्बर से लेकर अक्टूबर के बीच में निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा करने के संकेत दे दिए हैं। निर्वाचन आयोग की आज लखनऊ में हो रही बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि इस बैठक को यूपी चुनाव की तैयारी के एजेंडे पर की जाने की बात बतायी जा रही है, पर माना यह जा रहा है कि आयोग ने आज की बैठक में अफसरों को चुनाव के मोड में काम करने की हिदायत दे दी है। चुनाव आयोग की इस अहम बैठक में सभी जिलाधिकारी शामिल हुए हैं।
प्रमुख तौर पर मतदाता सूची के निरीक्षण के अलावा बीएलओ स्तर पर चल रहे नामावली अपडेट पर फोकस किया गया है। इस बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिनाकारी अरुण सिंघल ने अफसरों से साफ कह दिया है कि अब निर्वाचन से सम्बन्धित कार्यों को प्रथम प्राथमिकता से करवाया जाए। अब हर माह समीक्षा हर जिले की होनी है। अधूरे कामकाज पर कार्रवाई तय है। इसके बाद भी अगर आयोग के अधिकारी व राज्य सरकार के अफसर नहीं चेते, तो कड़ाई से आयोग पेश आएगा। बैठक में मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम समय से समाप्त करने तथा फोटोयुक्त मतदाता सूची को एररलेस बनाये जाने की हिदायत दी गई है। जिलों के अफसरों से मौजूदा समय तक के कामों का विवरण भी लिया जा रहा है।