नई दिल्ली, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने आज कहा कि जीएसटी को लागू करने के मौके पर मध्यरात्रि को होने वाली विशेष बैठक के बहिष्कार के अपने फैसले पर पार्टी द्वारा फिर से विचार करने की कोई संभावना नहीं है। शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, यह कोई छोटा मुद्दा नहीं है कि सरकार के अनुरोध पर कार्यक्रम के महज कुछ घंटों पहले मुख्य विपक्षी पार्टी अपना फैसला बदल दे। संसद की गरिमा और देश की परंपरा को ध्यान में रखते हुए हमने कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि पहले भी बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई हैं और कई समस्याएं भी पेश आईं लेकिन सरकार ने कभी भी आधी रात को संसद का सत्र नहीं बुलाया। उन्होंने कहा, वर्ष 1971 में, जब बांग्लादेश को आजादी मिली और पाकिस्तान की सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया, जब भारत ने सफलता का स्वाद चखा तब भी इंदिरा गांधी ने मध्यरात्रि को संसद सत्र नहीं बुलाया।
परमाणु परीक्षण हुए, भारत ने अंतरिक्ष में अपनी छाप छोड़ी, आर्थिक सुधार हुए, कई बड़ी-बड़ी चीजें हुईं लेकिन जब यह पहले कभी नहीं हुआ तो अब क्यों। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनता को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हाल की मुलाकात में उन्होंने एच1बी वीजा का मुद्दा क्यों नहीं उठाया।
प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे पर निकलने से पहले हमने उनसे अनुरोध किया था कि उन्हें आईटी पेशेवरों के हितों की रक्षा करनी चाहिए। लेकिन वे अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से कोई विश्वसनीय आश्वासन लिए बैगर ही लौट आए। वे चुप क्यों हैं? उन्हें लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए। शर्मा ने वर्तमान सुरक्षा हालात पर भी चिंता जताई।