नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपदा जोखिम कटौती के प्रयासों के नवीकरण की 10 सूत्री कार्यसूची रेखांकित करते हुए आज महिला वालंटियरों की शिरकत को बढ़ावा देने पर जोर दिया और सभी तरह की आपदाओं से निबटने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया में वृहद सामंजस्य लाने का आह्वान किया। मोदी ने यहां आपदा जोखिम कटौती पर एशियाई मंत्रि-स्तरीय सम्मेलन (एएमसीडीआरआर) का उद्धाटन करते हुए गरीब परिवारों से ले कर छोटे और मध्यम उपक्रमों और बहुराष्ट्रीय निगमों से ले कर राष्ट्र राज्यों तक सभी के लिए जोखिम कवरेज के लिए काम करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी विकास सेक्टरों को आपदा जोखिम प्रबंधन के उसूलों को आत्मसात करना चाहिए और महिलाओं की शिरकत तथा नेतृत्व को बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि वे किसी आपदा में सबसे ज्यादा शिकार होती हैं। मोदी ने कहा कि आबादी के अनुपात में महिलाएं आपदाओं से बहुत ज्यादा प्रभावित होती हैं। उनके पास अनूठी ताकत और अंतर्दृष्टि होती है। हमें आपदा से प्रभावित महिलाओं की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अवश्य ही बड़ी संख्या में महिला वालंटियरों को प्रशिक्षित करना चाहिए। उन्होंने कहा, हमें पुनर्निर्माण को समर्थन देने वाली महिला इंजीनियरों, राजमिस्त्रियों और भवन-निर्माण कारीगरों और आजीविका बहाली के लिए महिला स्व-सहायता समूहों की जरूरत है।