नई दिल्ली, रविवार को इंदौर-पटना एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना में अब तक 135 लोगों की जान जा चुकी है और 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना में एक चौंकाने वाली ये सामने आई है कि सरकार द्वारा 92 पैसे में दिए जाने वाले बीमा के बावजूद आधे से ज्यादा लोगों ने इस बीमा सुरक्षा का इस्तेमाल नहीं किया। आईआरसीटीसी की वेबसाइट से 410 टिकट बुक किए गए थे। इन 410 टिकटों में से सिर्फ 126 यात्रियों के पास सरकार द्वारा 96 पैसे दिए जाने वाला बीमा था। बीमा के सुविधा लेने वाले इन 126 में से भी 78 वो यात्री थे जिनकी यात्रा कानपुर के बाद शुरू होनी थी। बता दें कि आईआरसीटीसी की वेबसाइट यात्रियों को 92 पैसे के प्रीमियम पर यात्रा बीमा का लाभ उठाने का विकल्प प्रदान करता है।इस योजना की घोषणा केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बजट भाषण की थी।यह योजना आतंकवादी हमला, डकैती, दंगा, आगजनी जैसी घटनाओं में मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान करता है।इसके अलावा कुल विकलांगता लिए 7.5 लाख, आंशिक विकलांगता के लिए 2 लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। रेल अधिकारियों का कहना है कि यह बीमा सिर्फ 92 पैसे है लेकिन लोगों में जागरूकता या लापरवाही की कमी है। इतने सारे यात्रियों द्वारा इस बीमे का इस्तेमाल ना कर पाने का यही एक कारण हो सकता है कि लोगों में इसे लेकर जागरुकता की कमी है। बीमा कवर खरीदने का विकल्प चेकबॉक्स के माध्यम से उपलब्ध है।