आइजोल, एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पर याद जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए इस दिवस की शुरूआत 1988 में की गई थी। अब तक दुनियाभर में फिलहाल 3 करोड़ से भी ज्यादा लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं तो वहीं भारत में 21 लाख लोग इस बीमारी के शिकार हैं। इस बीमारी के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर आता है जो चिंता का विषय है। आंकड़े वाकई में चौंकाने वाले हैं, अकेले मिजोरम में ही साल 1990 से लेकर अब तक 1300 लोगों की मौत एड्स की वजह से हो चुकी है।
ये आंकड़े मिजोरम राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के एक अधिकारी ने विश्व एड्स दिवस के मौके पर दिए हैं। अधिकारी ने कहा कि राज्य में लोगों को एड्स सेक्स के दौरान हुआ, दरअसल 60 फीसद एचआईवी पीड़ित लोगों के सेक्स करने की वजह से इस बीमारी में इजाफा हुआ है। उन्होंने ये भी कहा कि राज्य का भविष्य अंधकार में है। उन्होंने बताया कि साल 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य में 1.19 फीसद लोग ही एचआईवी पॉजिटिव थे तो अब ये आंकड़ा बढ़कर 2.35 हो गया है। रेत पर कालाकारी के महारथी सुरदर्शन पटनायक ने भी विश्व एड्स दिवस पर ओडिशा के पुरी बीच पर अपनी कालाकारी दिखाई। उन्होंने ट्वीट भी किया।