लखनऊ, दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट मोड पर काम कर रही है।
प्रदेश में इस नए वैरिएंट को लेकर सभी जिलों में विदेश से आने वालों की पड़ताल का निर्देश भी दिए गए हैं। कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक बताए जाने वाले इस नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर योगी सरकार सतर्क है। उत्तर प्रदेश सरकार के अलर्ट जारी करने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट पर सख्ती बढ़ा दी गई है। जिसके चलते यात्रियों की एयरपोर्ट पर निःशुल्क आरटीपीसीआर की जांच की जाएगी।
स्टेट सर्विलांस ऑफिसर विकास इंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों के डीएसओ, सीएमओ, डीआईओ और एक्स्पर्ट संग एक अहम बैठक की गई है। प्रदेश सरकार की ओर से इस बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने डेली मॉनीटरिंग को बढ़ाने के आदेश दिए हैं। विदेश से लौटे यात्रियों में 14 दिन के भीतर लक्षण दिखने पर उनकी जांच की जाएगी। इसके साथ ही पहले से सक्रिय सर्विलांस टीमें और भी तेजी से काम करेंगी। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद इस नए वैरिएंट का सामना करने के लिए यूपी पूरी तौर पर तैयार है। इसके साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने के आदेश भी जारी किए गए हैं।
24 करोड़ वाली आबादी वाले प्रदेश में नए वैरिएंट को लेकर हर एक चरण पर प्रदेश सरकार सर्तकता बरत रही है। एयरपोर्ट पर अब जांच और स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ाया जाएगा। विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच और स्क्रीनिंग अब और तेजी से किए जाने के निर्देश प्रदेश सरकार ने जारी किए हैं। इसके साथ ही अब विदेश से लौटे यात्री 15 दिन स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में रहेंगे।
नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के चलते प्रदेश सरकार ने आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ व कानपुर में बड़ी संख्या में आने वाले विदेशियों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। अधिकारी लगातार इसको लेकर जिलों से सम्पर्क में हैं। जिलों से कोविड की स्थिति के साथ वहां पर टीका की पहली व दूसरी डोज का लाभ लेने वालों की सूची मांगी गई है। पहले व मौजूदा हालात और उसके आगे की योजनाओं के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारियों से प्लान भी मांगा गया है।
केजीएमयू के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष व एराज मेडिकल कॉलेज के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के दौरान हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर देकर प्रदेश को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम बनाया है। सरकार ने कम समय में प्रदेश में नए ऑक्सीजन प्लांट, नए मेडिकल कॉलेज, बेड की संख्या में विस्तार, डॉक्टरों की भर्ती, सीएचसी पीएचसी का विस्तार करते हुए यूपी को सवास्थ्य सुविधाओं से लैस किया है जिससे आने वाले समय में भी यूपी ऐसी चुनौतियों का सामना डटकर कर सकता है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर का सफलतापूर्वक सामना करने वाला यूपी नए वैरिएंट का सामना करने के लिए भी तैयार है।