चेन्नई, तमिलनाडु सरकार ने कोरोना महामारी के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 की अंतिम (फाइनल) परीक्षा आयोजित किए बिना कक्षा एक से आठवीं तक के सभी छात्रों को उत्तीर्ण करने या प्रोन्नत करने की मंगलवार को घोषणा की।
यह घोषणा सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, स्व-वित्त पोषित राज्य बोर्ड के स्कूलों पर लागू होगी। तमिलनाडु के प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने कहा कि राज्य बोर्ड के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत कर दिया गया है। सर्कुलर में कहा गया है कि किसी भी छात्र को स्कूल से नहीं निकाला जाना चाहिए।
शिक्षा निदेशक ने कहा कि अधिकारियों को अपने अधिकार क्षेत्र के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी राज्य बोर्ड के स्कूलों को पहली से आठवीं कक्षा तक के सभी छात्रों को प्रोन्नत एवं उत्तीर्ण करने और स्कूल के रजिस्टर में सभी छात्रों के नाम दर्ज करने के लिए सूचित करना चाहिए।
विभाग ने यह भी कहा कि स्कूलों को फिर से खोलने और मुफ्त पाठ्य-पुस्तकों के वितरण पर निर्णय की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
इस दौरान शिक्षा मंत्री अनबिल पोरय्यामोझी ने प्लस टू बोर्ड (बारहवीं) की परीक्षा आयोजित करने के लिए मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के साथ इस पर चर्चा की। राज्य सचिवालय में हुई बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि प्लस टू परीक्षा आयोजित करने का निर्णय सीबीएसई परीक्षाओं के आधार पर लिया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि सीबीएसई परीक्षा की घोषणा दो दिनों में होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने पहले ही नौवीं, दसवीं और 11वीं के छात्रों को बिना कोई परीक्षा आयोजित किए प्रोन्नत करने की घोषणा की थी।