नई दिल्ली, राष्ट्रपति पद के लिए सत्ताधारी भाजपा की ओर से किसी उम्मीदवार पर आम राय बनाने की कोशिश अब तक नहीं शुरू किए जाने के बीच कांग्रेस ने कहा है कि यदि राजग गठबंधन विपक्षी पार्टियों से इस बाबत विचार-विमर्श नहीं करता है तो गैर-राजग पार्टियां भारत के लिए बेहतरीन व्यक्ति तलाशने की हर मुमकिन कोशिश करेंगी।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि विपक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा की अगुवाई वाला राजग गठबंधन इस मुद्दे पर देश को हल्के में नहीं ले सकता और विपक्ष मिलकर चुनौती पेश करेगा क्योंकि उसके पास कई योग्य उम्मीदवार हैं। बहरहाल, सिंघवी ने 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम का खुलासा करने से इनकार कर दिया। इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों में तालमेल का हवाला देते हुए सिंघवी ने कहा कि राष्ट्रपति उम्मीदवार पर आम राय बनाने के लिए एक उप-समूह बनाया गया है और इसकी बैठक जल्द होगी।
माकपा ने कहा कि वह धर्मनिरपेक्ष साख वाले ऐसे व्यक्ति के लिए अन्य पार्टियों से चर्चा कर रही है जो भारतीय संविधान के संरक्षक के तौर पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह कर सके। पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि जैसा चलन रहा है, ऐसे में सरकार को अब तक तो आम राय से उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि चूंकि अब तक ऐसा नहीं किया गया है, इसलिए अधिसूचना जारी होने के बाद विपक्षी पार्टियां फैसला करेंगी। येचुरी ने कहा, लिहाजा, हमने ऐसा उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है जो हमारे गणतंत्र के संवैधानिक सिद्धांतों का पालन कर सके। विचार-विमर्श करने के बाद चुनावों की समयसीमा के आधार पर हम उम्मीदवार के नाम को अंतिम रूप देंगे।