सहारनपुर, कांवड़ यात्रा शुरू होने में दो दिन बचे हैं जिसके मद्देनजर पुलिस प्रशासन पूरे सहारनपुर मंडल में कांवड़ मार्ग पर स्थित होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट के सही नाम और रेट लिस्ट आदि लगवाने में जुटा है।
मंडल के तीनों जिलों में पिछले 36 घंटे के भीतर 200 से ज्यादा दुकानों के नाम बदले गए हैं। हिंदू संगठनों ने योगी सरकार और पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को सही ठहराया और समर्थन किया वहीं सपा, बसपा, राष्ट्रीय लोकदल, चंद्रशेखर की अगुवाई वाली आजाद समाज पार्टी, जमीयत उलमाए हिंद के अध्यक्ष महमूद मदनी इस कार्रवाई के विरोध में सामने आ गए हैं।
इन सभी का कहना है कि यह भेदभावपूर्ण कार्रवाई है। महमूद मदनी ने कहा कि सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। लोगों के बीच धार्मिक पहचान को लेकर भेदभाव किया जाना संविधान की भावना के अनुरूप नहीं है।
सांसद एवं आसपा अध्यक्ष चंद्रशेखर ने शनिवार को कहा कि कांवड़ मार्ग पर दुकानों के बाहर नाम लिखने का फैसले से सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। सरकार इसे वापस ले और जिन अधिकारियों ने यह आदेश और कार्रवाई की है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष राम आशीष राय ने भी सरकार के इस कदम का विरोध किया।
उधर सहारनपुर, देवबंद, मुजफ्फरनगर और शामली में तीसरे दिन भी दुकानों के नाम बदलने की कार्रवाई जारी थी। कहीं से भी किसी भी दुकानदार, ढाबा स्वामी ने विरोध नहीं किया। देवबंद में डीएम मनीष बंसल और एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने कांवड़ यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर स्थानीय अधिकारियों को उचित दिशानिर्देश दिए।