कानपुर, उत्तर प्रदेश के कानपुर में गत 03 जून को दो गुटों के बीच हुई हिंसा के बाद पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से गुरुवार देर शाम को शहर में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
कानपुर के संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शहर में निषेधाज्ञा लागू होने के बाद पुलिस की टीमें हाई अलर्ट पर रहेंगी। तिवारी ने बताया कि आगामी त्यौहार एवं परीक्षाओं को देखते हुए शहर में धारा 144 लागू की गई है। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के विवादित बयान के मुद्दे पर पिछले सप्ताह शुक्रवार को शहर के बेकनगंज इलाके में जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी।
उन्होंने बताया कि शहर में धारा 144 लागू करने के उपरांत कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये इस प्रावधान की सभी शर्तों को सख्ती से लागू किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। इस बीच कानपुर हिंसा मामले के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी सहित 55 आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक हयात के खिलाफ दर्ज पुराने कुछ मुकदमों के आरोप पत्र से उसका नाम हटाये जाने के मामले की जांच करने एवं संबद्ध पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के आदेश दिये गये हैं। समझा जाता है कि हयात के विरुद्ध कई साल पहले से चल रहे आपराधिक मामलों में जांच अधिकारियों ने लीपापोती कर उसका नाम आरोप पत्र से हटा दिया।
तिवारी ने बताया कि कानपुर हिंसा मामले से सभी संभव पहलुओं की जांच एसआइटी कर रही है। इस बीच कानपुर हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले एक युवक को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने वेब मीडिया से जुड़े एक युवक को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कानुपर पश्चिम क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि शहर के शास्त्री नगर इलाके के निवासी गौरव राजपूत को गिरफ्तार किया गया है। वह ‘कानपुर स्टार्ट टाइम’ नाम से एक वेब पोर्टल संचालित करता है।
उन्होंने कहा कि गौरव ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर एक धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसकी जानकारी मिलते ही काकादेव पुलिस ने उसके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आपत्तिजनक पोस्ट भी डिलीट करा दिया है।
मूर्ति ने लोगों से अपील की है कि वे शहर के माहौल में शांति बनाए रखने में योगदान दें। इंटरनेट मीडिया पर किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक वीडियो या पोस्ट ना डालें जिससे शहर की आबोहवा खराब हो।