केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं से कहा कि राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद सुश्री मायावती का मानसिक संतुलन खिसक गया है। उनके क्रियाकलापों के कारण ही उनके अपने लोग एक-एक कर उनसे दूर होते जा रहे है औैर उनका जनाधार समाप्त हो गया है।
उन्होंने कहा कि यह भाजपा नहीं कहती बल्कि बसपा से बाहर निकलने वाले पार्टी के नेता अपने अध्यक्ष पर पैसों की मांग को लेकर तोहमत लगाते रहे हैं। उनकी पार्टी से बाहर निकलने वाला हर नेता का एक ही आरोप है कि बिन ष्माया उन्हें चैन नहीं। पार्टी छोडने वाले उनके तमाम दिग्गज नेताओं का कहना है कि पार्टी में ईमानदारी से काम करने वालों की कोई इज्जत नहीं है। उनके लिए पैसा ही सब कुछ है।
बसपा के कद्दावर नेता इंद्रजीत सरोज के पार्टी से बाहर होने और भारतीय जनता पeर्टी में शामिल होने के बाबत पूछने पर उन्होंने गोलमोल उत्तर देकर मुस्कराते हये बात को दरकिनार कर दिया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के शासन काल में प्रदेश का कोई विकास नहीं हुआ। जनता ने प्रदेश में जिस विश्वास के साथ भाजपा की सरकार बनाकर बागडोर सौंपी है, सरकार उनके विश्वास पर खरी उतरेगी। अब प्रदेश में विकास के कार्य किये जा रहे हैं और लोगों को इसके सार्थक परिणाम शीघ्र ही देखने को मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में खुशहाली तभी आयेगी जब आखिरी पायदान पर खडे व्यक्ति को भी सरकार की योजनाओं का लाभ मिले। केन्द्र और राज्य सरकार इस मुहिम को जन जन तक पहुंचाने और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए कृत संकल्प है। संवाददाताओं द्वारा पूछे गये एक प्रश्न का उत्तर देते हए श्री मौर्य ने कहा कि पार्टी आलाकमान जहां से उन्हें निर्देश देगा,वह वहीं से चुनाव लडेंगे।
मौर्य ने कहा कि पिछली सरकारों में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी थी। चारों तरफ अराजकता का बोलबाला था। लेकिन प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद ध्वस्त कानून व्यवस्था में सुधार हआ है। अपराधियों के हौसले पस्त हुये है। अपराधी कोई भी हो और चाहे कितना भी प्रभावशाली वाला क्यों न हो उससे अपराधियों जैसा सलूक किया जायेगा।