यूपीए-1 सरकार मे,वीवीआईपी के लिए अगस्ता वेस्टलैंड से 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद की डील हुई थी। पहले डील 3,600 करोड़ रुपए और टाेटल डील का 10% हिस्सा रिश्वत में देने की बात सामने आई थी। इसके बाद यूपीए सरकार ने फरवरी 2013 में डील रद्द कर दी थी।तब एयरफोर्स चीफ रहे एसपी त्यागी समेत 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया था। जिस मीटिंग में हेलिकॉप्टर की कीमत तय की गई थी, उसमें यूपीए सरकार के कुछ मंत्री भी मौजूद थे। इस वजह से कांग्रेस पर भी सवाल उठे थे।
इटली के मिलान कोर्ट ऑफ अपील्स ने फैसले में माना था कि हेलिकॉप्टर डील में करप्शन हुआ और इसमें एयरफोर्स के पूर्व चीफ एसपी त्यागी भी शामिल थे। 8 अप्रैल को इटली की मिलान कोर्ट ने 225 पेज का फैसला दिया था। इनमें 17 पेजों में त्यागी का रोल बताया गया। फैसले में कहा गया कि त्यागी ने अगस्ता वेस्टलैंड को हेलिकॉप्टर कॉन्ट्रैक्ट दिलाने में मदद की। 3565 हजार करोड़ की डील में भारतीय अफसरों को 90 से 225 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई। कोर्ट ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के चीफ जी. ओरसी को दोषी ठहराया। उन्हें साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई गई। कोर्ट के जजमेंट में चार बार ‘सिग्नोरा’ (सोनिया) गांधी और दो बार मनमोहन सिंह का जिक्र है। इसलिए बीजेपी ने कांग्रेस के रोल पर सवाल उठाए थे। डील के तहत मिले 3 हेलिकॉप्टर आज भी दिल्ली के पालम एयरबेस पर खड़े हैं।