चरखी दादरी, ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर के मामा और नानी की रविवार को एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
एक तेज रफ्तार कार ने उनकी स्कूटी को गलत दिशा से टक्कर मार दी। घटना चरखी दादरी में हुई, जहां दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद कार चालक फरार हो गया और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
गौरतलब है कि मनु भाकर को हाल ही में राष्ट्रपति द्वारा खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस खुशी के कुछ दिन बाद ही उनके परिवार पर यह दुखद घटना घटी।
मनु के मामा युद्धवीर आज सुबह अपनी मां सावित्री के साथ स्कूटी पर सवार थे। युद्धवीर हरियाणा रोडवेज में चालक थे और ड्यूटी पर जा रहे थे। सावित्री अपने छोटे बेटे के घर लोहारु चौक जा रही थीं। महेंद्रगढ़ बाईपास रोड पर कलियाणा मोड़ के पास एक तेज रफ्तार कार ने गलत दिशा से आकर उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि स्कूटी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। युद्धवीर (50 वर्ष) और सावित्री (65 वर्ष) दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। कार भी सड़क किनारे पलट गई।
सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार चालक की तलाश जारी है। युद्धवीर और सावित्री भिवानी जिले के कलाली गांव के रहने वाले थे।
गौरतलब है कि मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में इतिहास रच दिया, वह स्वतंत्रता के बाद खेलों के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। उन्होंने व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। वह ओलंपिक में मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला शूटर भी हैं। बाद में उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।