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कोरोना संकटकाल में टेलीपरामर्श की उपयोगिता बढ़ी, ई संजीवनी ने किया बड़ा काम

नयी दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित टेलीमेडिसिन सेवा ‘ ई संजीवनी’ के माध्यम से गत 20 दिन में एक लाख टेली परामर्श दिये गये और इसके साथ ही अब तक इस प्लेटफॉर्म के जरिये दिये गये कुल टेली परामर्श की संख्या बढ़कर तीन लाख हो गयी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी कि 23 जुलाई तक इस प्लेटफार्म के जरिये एक लाख टेली परामर्श दिये गये थे और नौ अगस्त को यह संख्या बढ़कर डेढ़ लाख तथा 18 अगस्त को बढ़कर दो लाख हो गयी थी। इसके बाद से टेली परामर्श की संख्या में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गयी और मात्र 20 दिन में टेली परामर्श की संख्या में एक लाख की बढोतरी दर्ज की गयी।

कोरोना के इस संकटकाल में टेलीपरामर्श सेवाओं की उपयोगिता बढ़ रही है। इन उपयोग करके मरीज बिना कहीं गये डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। ईसंजीवनी प्लेटफार्म पर दो तरह की सेवायें उपलब्ध हैं। पहले सेवा है ईसंजीवनी जिसके जरिये एक डॉक्टर दूसरे डॉक्टर से परामर्श लेते हैं और दूसरी सेवा है ई संजीवनी ओपीडी, जिसमें मरीज डॉक्टरों से सलाह लेते हैं।

अब तक देश भर के 23 राज्यों में ई संजीवनी लागू है, जिनमें से तमिलनाडु में ई संजीवनी ओपीडी के जरिये सर्वाधिक 97,204 टेली परामर्श दिये गये हैं। उत्तर प्रदेश में 65,173 टेली परामर्श दिये गये हैं। डॉक्टरों के बीच परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराने वाले ईसंजीवनी के माध्यम से सबसे अधिक 30,869 टेली परामर्श दिये गये।