नयी दिल्ली, अखिल भारतीय फुटबॉल महसंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने बुधवार को कहा कि वह आगामी सत्र से ग्रीष्म ऋतु में कोई भी फुटबॉल प्रतियोगिता आयोजित करने से बचने की कोशिश करेंगे।
चौबे ने अगले महीने होने वाली सैफ चैंपियनशिप के ड्रॉ समारोह के बाद संवाददाताओं से कहा, “इस महीने महिला लीग (आईडब्ल्यूएल) के साथ फुटबॉल सत्र खत्म हो जायेगा। हमारा प्रयास होगा कि हम अपने देश के मौसम को देखते हुए अप्रैल और मई में फुटबॉल प्रतियोगिताएं कराने से बच सकें।”
उल्लेखनीय है कि आई-लीग और इंडियन सुपर लीग क्लबों के बीच खेला जाने वाले सुपर कप केरल में तीन से 25 अप्रैल तक आयोजित किया गया, जबकि अहमदाबाद में चल रहा आईडब्ल्यूएल 26 अप्रैल से शुरू हुआ और शुक्रवार को समाप्त होगा।
चौबे ने कहा कि बेंगलुरू में सैफ कप (21 जून से चार जुलाई) के खत्म होने तक राष्ट्रीय पुरुष टीम 10 से 12 मैच खेल चुकी होगी। उन्होंने कहा कि भारत मलेशिया में मर्डेका कप में खेलने के लिये आमंत्रित होने की भी उम्मीद कर रहा है, जिसे इस साल अक्टूबर में पुनर्जीवित और आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा भारतीय टीम थाईलैंड में किंग्स कप भी खेल सकती है, जिससे उसे जनवरी 2024 में दोहा में होने वाले एशियाई कप से पूर्व पर्याप्स मैच अभ्यास मिल जायेगा।
चौबे ने कहा, “हम राष्ट्रीय टीम को अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच देने की कोशिश कर रहे हैं। मणिपुर में (मार्च में) त्रिकोणीय राष्ट्र टूर्नामेंट के बाद, भुवनेश्वर में होने वाले इंटरकॉन्टिनेंटल कप और सैफ कप को मिलाकर राष्ट्रीय टीम को 10 से 12 अंतरराष्ट्रीय मैच मिलेंगे। उसके बाद हम मर्डेका कप और फिर किंग्स कप में खेलने की उम्मीद कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर अगले 9-10 महीनों में राष्ट्रीय टीम 20-22 मैच खेलेगी, जो भारतीय फुटबॉल के इतिहास में कभी नहीं हुआ है। हमारा प्रयास साल में करीब 20-25 अच्छे मैच खेलने का होगा, जिससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़े।”