श्रीनगर, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर घाटी के युवाओं से मुठभेड़ स्थलों के पास नहीं जाने की अपील की और कहा कि यह आग से खेलने जैसा है। उन्होंने रविवार को संवाददाताओं से कहा, मैं नहीं चाहूंगा कि बच्चे मुठभेड़ स्थलों के पास जाएं, यह अच्छा नहीं है। मैं इस बात के पक्ष में नहीं हूं कि बच्चे मुठभेड़ स्थलों पर जाएं। स्पष्टतः यह आग के साथ खेलने जैसा है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों एवं आतंकवादियों के बीच जब मुठभेड़ होती है तब लोग मुठभेड़ स्थलों के पास पहुंच जाते हैं तो वे मुठभेड़ की चपेट में आ सकते हैं। आजाद ने दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के दामहाल हांजीपोरा में कांग्रेस एवं नेशनल कांफ्रेंस की संयुक्त रैली को संबोधित करते हुए कहा, चाहे वह वृद्ध व्यक्ति हो, या युवा या किशोर, मुठभेड़ में उसके सामने अपनी जान गंवाने का खतरा होता है। मैं उसका तरफदार नहीं हूं क्योंकि हमारे बच्चे गोलियों का शिकार हो सकते हैं।
कुलगाम जिला अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में आता है जहां कांग्रेस के जीए मीर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में उपचुनाव लड़ रहे हैं। उधर, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुला ने श्रीनगर में कहा कि आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचे अनिवार्य तो हैं लेकिन जब तक केंद्र कश्मीर मुद्दे के राजनीतिक हल की पहल नहीं करता, तब तक राज्य की परेशानी बनी रहेगी। उन्होंने कहा, चेनानी-नाशरी सुंरग को राजनीतिक पहल के विकल्प के रूप में पेश किया जाना अब भी कश्मीर में राजनीतिक मुद्दे की अनदेखी करने का एक दूसरा संकेत है।